JAMSHEDPUR: टाटा स्टील में सालाना बोनस पर मैनेजमेंट और टाटा वर्कर्स यूनियन के बीच मंगलवार को पहली बैठक हुई। बैठक में वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी ने कहा कि मैनेजमेंट इस साल क्ब्ब् करोड़ रुपए बोनस देने को तैयार हुआ है। यह पिछले साल की बोनस राशि से क्ब् करोड़ रुपये ज्यादा है। पिछले साल यूनियन के कहने पर प्रबंधन ने बोनस मद में अतिरिक्त राशि दी थी। फार्मूला के हिसाब से तो क्क्7 करोड़ रुपये ही बोनस बन रहा था। इस हिसाब से देखा जाए तो ख्7 करोड़ रुपये इस बार कंपनी ज्यादा दे रही है। क्ब्ब् करोड़ रुपये यूनियन की ओर से बनाए गए बोनस फार्मूला के अनुसार ही आ रहे हैं। इसमें प्रोडक्टीविटी, प्रॉफिटबिलिटी, शुद्ध मुनाफा का क्.भ् फीसद और सेफ्टी फैक्टर शामिल हैं। किसी भी सूरत में इससे ज्यादा बोनस नहीं बन रहा है।

दोनों पक्षों ने दी दलील

इस पर यूनियन नेतृत्व ने कहा कि कंपनी का मुनाफा इस बार पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा है। कंपनी का मुनाफा ख्0क्म् में क्भ्फ्9.7 करोड़ रुपये था। इस साल का मुनाफा दोगुना से भी ज्यादा है। ऐसे में बोनस की राशि बढ़नी चाहिए। इस साल क्म्0 करोड़ रुपये तक राशि पहुंचने का अनुमान कर्मचारी लगा रहे हैं। इसके बाद दोनों पक्ष ने अपनी-अपनी दलीलें दी। अंत में वार्ता बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई। बैठक में चीफ एचआरएफ जुबिन पालिया, यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव कुमार चौधरी, महासचिव बीके डिंडा उपस्थित थे।

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प्रबंधन के साथ बोनस की यह पहली वार्ता थी। प्रबंधन क्ब्ब् करोड़ रुपये बोनस दे रहा है। हम लोग इस पर राजी नहीं हैं। फ्क् अगस्त को इस मामले पर फिर मीटिंग होगी।

-आर रवि प्रसाद, अध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन

Posted By: Inextlive