JAMSHEDPUR: टाटा स्टील लिमिटेड ने अधिक उत्पादन और विनिवेश से प्राप्त एक मुश्त आय के बल पर वित्त वर्ष क्8 की पहली तिमाही में दमदार प्रदर्शन किया है। जून तिमाही में कंपनी को कुल 9ख्क् करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है। एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी को फ्,क्8फ् करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

बिक्री में भी फ्0,80फ् करोड़ रुपये के साथ क्9 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल समान तिमाही में कंपनी की बिक्री ख्भ्,89 7 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी ने सोमवार को बयान जारी करते हुए कहा कि कंपनी को खनन संबंधी मुकदमों की वजह से म्क्7 करोड़ रुपये का जुर्माना भरना पड़ा है। पिछले हफ्ते, सर्वोच्च न्यायालय ने वित्त वर्ष ख्000 और वित्त वर्ष क्0 के बीच ओडिशा में निर्धारित सीमा से अधिक लौह अयस्क और मैंगनीज अयस्क निकालने के लिए टाटा स्टील सहित इस्पात कंपनियों के एक समूह पर दंड लगाया था। जीएसटी को कार्यान्वयन करने के लिए भारत में इन्वेंट्री बिल्ड-अप को तैयार करने में आई लागत व यूरोप में मांग की कमी के कारण कंपनी का सकल ऋण ब्798 करोड़ रुपये से बढ़कर 87,8क्ख् करोड़ रुपये हो गया है।

केपीओ के कारण बढ़ा उत्पादन

टाटा स्टील ने इस तिमाही के दौरान टाटा मोटर्स में फ्,778 करोड़ रुपये की अपनी हिस्सेदारी बेची है। वहीं, पिछले पांच साल में विनिवेश के जरिए कंपनी ने क्ब्,ख्म्म् करोड़ रुपये वसूले हैं। कलिंगनगर प्लांट से उत्पादन शुरू होने की वजह से भारत में कंपनी का इस्पात उत्पादन ख्8 प्रतिशत बढ़कर ख्.7भ् लाख टन हो गया था लेकिन जीएसटी और निर्धारित शटडाउन के कारण अनुक्रमिक आधार पर उत्पादन में क्ब् फीसद की गिरावट आई।

एबिटडा में फ्क् फीसद का इजाफा

भारतीय ऑपरेशंस से एबिटडा फ्क् फीसदी बढ़ा है। इस तिमाही में एबिटडा ख्,9ख्ख् करोड़ रुपये है। एक साल पहले यह ख्,ख्फ्म् करोड़ रुपये था। समेकित एबिटडा भ्0 फीसद की वृद्धि के साथ ब्, 9फ्9 करोड़ रुपये रहा है।

जीएसटी से बढ़ी इन्वेंट्री

जीएसटी कार्यान्वयन के चलते सभी चैनलों पर कंपनी के पास इन्वेंट्री बढ़ी है। इस वजह से अनुक्रमिक आधार पर बिक्री पर फर्क पड़ा है।

हमें उम्मीद है कि ब्याज दर में गिरावट और कम मुद्रास्फीति दर से हमारे खुदरा व्यापार को मदद मिलेगी और समग्र इस्पात की मांग बढ़ेगी। हालांकि, रुपये की मजबूती अभी भी चिंता का विषय बना हुआ है।

-टीवी नरेंद्रन, प्रबंधन निदेशक, टाटा स्टील।

Posted By: Inextlive