JAMSHEDPUR : कहते हैं खुद पर यकीन हो तो कोई सफलता ज्यादा समय तक आपसे दूर नहीं रह सकती। कुछ यही कहना है मेहुल सिंह का। टाटा स्टील के अप्रेटिंस कर्मी मेहुल सिंह ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की पीओ परीक्षा-2019 में सफलता प्राप्त कर अपने परिवार और शहर का नाम रोशन किया है। आठ घंटे की कठिन ड्यूटी के बाद भी अपने खाली समय को मैनेज कर कोचिंग और सेल्फ स्टडी कर उन्होंने यह सफलता हासिल की है। मेहुल ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और नाना-नानी, मामा और गुरुजनों को दिया है। बातचीत में मेहुल ने बताया कि मुझे खुद पर यकीन था कि मैं बेहतर कर सकता हूं। मेहुल की सफलता पर श्रीमन क्लासेज के डायरेक्टर नरायण त्रिगुण ने खुशी जताते हुए कहा कि नौकरी करते हुए स्टूडेंट ने सफलता प्राप्त कर नाम रोशन किया है।

बचपन से ही मेधावी हैं मेहुल

बिहार के अरवल जिले के कामता ग्राम के रहने वाले मेहुल सिंह को घाटशिला निवासी नाना-नानी स्व। वैद्यनाथ सिंह और सावित्री देवी ने पाला। मैट्रिक की परीक्षा पास कर उन्होंने टाटा स्टील की अप्रेंटिस परीक्षा पास की और वह वर्तमान में कंपनी में सीएनसी ऑपरेटर के रूप में कार्यरत हैं। मेहुल सिंह ने बताया कि पिताजी किसान हैं, मुझे टाटा स्टील में जाने और फिर बैंक की परीक्षा में बैठने के लिए नाना-नानी और मामाजी मिथलेश और कौशलेस ने बहुत प्रेरित किया। टाटा स्टील में नौकरी होने के बाद भी वो मुझे और बेहतर करने के लिए प्रेरित करते रहे। उनकी प्रेरणाओं का असर हुआ है कि आज मैं पीओ में सेलेक्ट हो गया। बैंक की नौकरी कर परिवार की बेहतर मदद कर सकूंगा।

मेहनत के साथ डेडिकेशन जरूरी

मेहुल सिंह ने बताया कि पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली थी, दूसरी बार नाना की मृत्यु के कारण परीक्षा में नहीं बैठ सका था, लेकिन इस बार की परीक्षा में सफलता मिल गई। मेहुल ने बताया कि वह मार्निग और इवनिंग की क्लास श्रीमन क्लासेज में लेते थे, कोचिंग से तैयारी करने में बहुत मदद मिली। माताजी और बहन ने भी मेरे साथ रहकर पढ़ाई में मदद की। बैंक परीक्षा की तैयारी करने वाले युवकों के लिए संदेश के बारे में पूछने पर मेहुल ने बताया कि कॉम्पटीशन पहले की अपेक्षा काफी टफ हो गया है। इसे स्टूडेंट को बेहतर तरीके से समझना होगा। किसी भी परीक्षा में सफलता के लिए आपकी मेहनत के साथ आपका डेडीकेशन ही आपको सफल बना सकता है। इसलिए सिर्फ अपने लक्ष्य पर लगे रहें।

Posted By: Inextlive