JAMSHEDPUR : टाटा स्टील की ओर से आयोजित जनजातीय सम्मेलन संवाद 15 नवंबर से गोपाल मैदान में शुरू हो रहा है। 19 नवंबर तक चलने वाले इस सम्मेलन का का शुभारंभ 151 नगाड़ों से होगा। इसका नेतृत्व सिमडेगा की दस महिलाएं नगाड़ों के साथ करेंगी।

सोनारी स्थित ट्राइबल कल्चर सेंटर सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में टाटा स्टील के चीफ सीएसआर सौरभ रॉय ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस जनजातीय सम्मेलन का उद्देश्य विलुप्त होती जनजातियों को उनकी पुरानी पहचान लौटाना, उनकी समस्याओं को समझना और उनकी कला व संस्कृति को राष्ट्रीय स्तर पर मंच देना है। बताया कि छठवें संस्करण में 10 देश और 18 राज्यों के जनजातीय समुदाय के आदिवासी जमशेदपुर पहुंच रहे हैं। पांच दिन चलने वाले इस समारोह में हर समुदाय अपनी कला और संस्कृति की प्रस्तुति देंगे। यहां शहरवासियों को आदिवासियों के हस्तशिल्प, उनके व्यंजन को देखने और खरीदने का भी मौका मिलेगा। इस समारोह में देश-विदेश से 2000 से ज्यादा जनजातीय कलाकार शिरकत करेंगे।

अखड़ा में देंगे प्रस्तुति

टाटा स्टील अर्बन सर्विसेज के हेड जिरेन टोपनो ने बताया कि गोपाल मैदान के बीचो-बीच अखड़ा (गोलाकार मंच) बनाया गया है। यहां विभिन्न जनजातियों के कलाकार अपने नृत्य व संगीत की प्रस्तुति देंगे। 15 से 19 तक हर शाम अलग-अलग जनजातियों के कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी।

18 राज्यों से आ रहे हैं वैद्य

देश के 18 राज्यों से वैद्य भी आ रहे हैं जो अपने साथ दुर्लभ जड़ी-बूटी साथ ला रहे हैं। यहां शहरवासियों को कई तरह की बीमारियों की दवा मिलेगी। सौरभ ने बताया कि उनकी कोशिश होगी कि सभी राज्यों के वैद्यों को मिलाकर एक राष्ट्रीय संगठन तैयार किया जाए ताकि सभी वैद्य किसी बीमारी का सामूहिक रूप से समाधान कर सकें या अपनी पद्धति को दूसरे राज्यों तक पहुंचा सकें।

झुमाएंगे मुकुंद नायक

समारोह के तीसरे दिन 17 नवंबर को पद्मश्री मुकुंद नायक भी अपनी प्रस्तुति देंगे। सहारिया समुदाय के झुमर कलाकार केवल झारखंड ही नहीं बल्कि देश के प्रसिद्ध झुमर नर्तक, लोक गायक व गीतकार हैं।

होटल ताज परोसेगा आदिवासी व्यंजन

समारोह के दौरान गोपाल मैदान में होटल ताज का भी स्टॉल होगा। जहां वे हाइजिन और आदिवासी महिलाओं द्वारा तैयार किए गए आदिवासी व्यंजन शहरवासियों को परोसेंगे।

हैंडीक्राफ्ट का लाइव प्रदर्शन

लोगों को आदिवासी जनजातियों द्वारा तैयार किए जाने वाले हैंडीक्राफ्ट को बनते देखने का मौका मिलेगा। इसके अलावे एक बड़ा कैनवास तैयार किया जा रहा है, जिसमें कई आदिवासी समुदाय मिलकर उसे तैयार करेंगे।

सोनारी कल्चर सेंटर में होगी परिचर्चा

16 नवंबर से सोनारी ट्राइबल कल्चर सेंटर में परिचर्चा का आयोजन किया गया है। यहां देश भर से आए आदिवासी समुदाय अपनी समस्या, अपनी उपलब्धियों से पूरे देश को परिचित कराएंगे।

600 कलाकार पहुंचे

सौरभ ने बताया कि समारोह में शामिल होने के लिए विभिन्न राज्यों के कलाकार शहर पहुंचने लगे हैं। अब तक 600 कलाकार शहर पहुंच चुके हैं। इनमें से 500 कलाकार करनडीह में और 100 कलाकार ट्राइकल कल्चर सेंटर में प्रैक्टिस भी शुरू कर दिए हैं। देश भर के 90 कलाकारों द्वारा मिलकर रिदम ऑफ द अर्थ बैंड तैयार किया है, जिसकी प्रस्तुति 16 नवंबर की शाम को होगी।

ये शख्सियत होंगे विशेष मेहमान

पेट्रिसा मुखिम, सुभाष वारे, प्रो। रामा स्वामी बाला सुब्रमण्यिम व मार्टिन मैकवेन।

इन देशों के जनजातीय होंगे अतिथि

बांग्लादेश, नेपाल, ब्राजील, मैक्सिको, युगांडा, कम्बोडिया के लाओस, शेन रिपब्लिक, जाम्बिया, त्रिनिदाद एंड टैबेगो व आस्ट्रेलिया।

Posted By: Inextlive