-डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह ने निर्माणाधीन एयरपोर्ट की जमीन का किया स्थलीय निरीक्षण

BAREILLY: नाथ नगरी एयरपोर्ट के निर्माण के लिए टैक्सी वे के निर्माण की बाधा लगभग दूर हो गई है। शासन से टैक्सी वे के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए 8 करोड़ 20 लाख रुपए प्रशासन को मिल गया है। अब सिर्फ पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की एनओसी मिलना बाकी है। अप्रैल में सुनवाई के बाद एनओसी मिल जाएगी और उसके बाद टैक्सी वे का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। टैक्सी वे के निर्माण में 6 महीने का समय लग सकता है। एयरपोर्ट के निर्माण के तेजी को लेकर डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह ने स्पेशल लैंड एक्यूजीशन ऑफिसर सुल्तान अशरफ सिद्दीकी, एसडीएम सदर कुंवर पंकज व अन्य अधिकारियों के साथ एयरपोर्ट का स्थलीय निरीक्षण किया और जरूरी निर्देश जारी किए।

63 किसानों को दिया जाएगा मुआवजा

बता दें कि नाथ नगरी एयरपोर्ट के लिए त्रिशूल एयरबेस से टर्मिनल तक टैक्सी वे का निर्माण किया जाना है। इसके लिए 7 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। यह जमीन 63 किसानों की है। इन किसानों से प्रशासन जमीन अधिग्रहण की सहमति ले चुका है। इसी के तहत प्रशासन ने शासन को प्रस्ताव भेजकर जमीन अधिग्रहण के लिए बजट मांगा था। अब शासन ने बजट स्वीकार कर रकम दे दी है। शासन से 8 करोड़ 20 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। अब जल्द प्रशासन किसानों से जमीन अधिग्रहण कर उन्हें मुआवजा दे देगा। इस जमीन पर कुछ किसानों की गेहूं की फसल खड़ी है। इस प्रोसेस में 15 दिन का समय लग जाएगा तो किसानों की फसल भी बर्बाद नहीं होगी।

ग्राम समाज की जमीन भी हैंडओवर

वहीं डीएम ने निरीक्षण के दौरान अब तक बनाई जा चुकी बाउंड्रीवॉल को देखा। उन्होंने एसएलओ से एयरपोर्ट के लिए खरीदी जा चुकी जमीन और खरीदने के लिए बची जमीन का रिकार्ड भी मांगा। एसएलओ ने बताया कि 43 एकड़ जमीन ली गई है, जिसमें से 36 एकड़ जमीन का पहले ही अधिग्रहण हो चुका है। शासन से 8 करोड़ 20 लाख रुपए आने के बाद अब 7 एकड़ जमीन का भी अधिग्रहण कर लिया जाएगा। किसानों से बैनामा कराने के बाद जमीन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को हैंडओवर कर दी जाएगी। डीएम ने एयरपोर्ट के अन्दर आने वाली ग्रामसभा की भूमि को भी सिविल एनक्लेव में ट्रांसफर करने की शासन से प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए एसएलओ को निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण कार्य करा रहे एक्सईएन को भी काम में तेजी लाने के ि1नर्देश दिए।

अक्टूबर तक उड़ान की संभावना

प्रशासन एयरपोर्ट के निर्माण और हवाई उड़ान को लेकर काफी तेजी दिखा रहा है, फिर भी इसमें कहीं न कहीं देरी हो रही है। पहले पोर्टा केबिन बनाकर उड़ान शुरू कराने की प्लानिंग की गई थी लेकिन उसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने परमानेंट टर्मिनल बनाकर उड़ान शुरू कराने की बात कही है। मयूर वन चेतना केंद्र की जमीन लेने का प्लान कैंसिल कर दिया गया है। अब सीधे सिंचाई विभाग की जमीन पर ही टैक्सी वे का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए प्रमुख सचिव सिंचाई को लिखा जा चुका है। प्रशासन चाहता है कि अब नहर में सिंचाई के लिए पानी नहीं आता है, जिसके चलते पुलिया न बनाकर सीधे ट्रैक बनाया जाए। प्रशासन पेड़ों का भी कटान नहीं करेगा और करीब 5 मीटर की जमीन मयूर वन चेतना केंद्र को दे दी जाएगी। अप्रैल में सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड में एनओसी को लेकर हियरिंग है। एनओसी मिलने के बाद टैक्सी वे बनना शुरू हो जाएगा।

Posted By: Inextlive