¨हदी के संग नहीं पढ़ पाएंगे उर्दू
- बीए में विषय संयोजन को लेकर यूनिवर्सिटी के स्पष्ट निर्देश
- स्नातक कक्षाओं में कॉलेज देंगे विषय संयोजन का विकल्प Meerut -अगर कोई छात्र बीए में ¨हदी के साथ उर्दू की पढ़ाई करना चाहता है, तो उन्हें अपना विचार बदलना पड़ सकता है, क्योंकि सीसीएस यूनिवर्सिटी से जुड़े कालेजों में विषय संयोजन में इन दो भाषाओं की पढ़ाई एक साथ नहीं की जा सकती। यूनिवर्सिटी ने विषय के संयोजन को लेकर कुछ और बदलाव किए हैं। बीए में आ सकती है समस्यायूनिवर्सिटी ने इस बार स्नातक कक्षाओं में विषय संयोजन को लेकर एक बदलाव किया है, जिसमें छात्र अपने हिसाब से विषय का संयोजन नहीं कर पाएंगे। उन्हें केवल कॉलेज का चुनाव करना होगा। उस कॉलेज में जो विषय होगा, वह उन्हें मिल जाएगा। विषय संयोजन में बीएससी या बीकॉम में तो कोई दिक्कत नहीं आएगी, बीए में समस्या आ सकती है। इसमें अगर कोई छात्र बीए में तीन भाषाओं ¨हदी, उर्दू, संस्कृत एक साथ लेना चाहता है, तो वह नहीं ले पाएगा। यूनिवर्सिटी में यह अमान्य विषय होगा। इसके अलावा बीए में केवल दो प्रायोगिक विषय ही पढ़ने की अनुमति है। कोई छात्र चाहे तो तीन प्रायोगिक विषय ले पाएगा।
बॉक्सबीए में ये विषय भी अमान्य (एक साथ ये विषय नहीं ले सकते)
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