व्यवस्था

यूजीसी ने दिए हैं सभी यूनिवर्सिटी व कॉलेजों को निर्देश।

- शिक्षा का स्तर और कॉलेज की छवि सुधारने के लिए की गई पहल

Meerut- यूनिवर्सिटीज व कॉलेजेस में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए पेरेंट्स टीचर मीटिंग की जाएगी। इस संबंध में यूजीसी ने गाइड लाइन जारी की है। यूजीसी ने नए शैक्षिक सत्र जुलाई से इसकी शुरुआत करने की सख्त हिदायत भी दी है।

यूजीसी ने लिख था पत्र

यूनिवर्सिटी और कॉलेजेज में गिरते शिक्षा के स्तर को लेकर यूजीसी काफी गंभीर है। उसने इसे सुधारने पिछले दिनों यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेज को लेटर लिखकर पीटीएम कराने के निर्देश दिए हैं। यूजीसी की इसके पीछे मंशा है कि पेरेंट्स और प्रोफेसर्स में कम्यूनिकेशन बढ़ेगा। साथ ही पेरेंट्स स्टूडेंट्स की गतिविधियों से अवेयर हो सकेंगे। इससे एक ओर शिक्षा के स्तर में सुधार होगा तो वहीं दूसरी ओर कॉलेजेज की छवि भी सुधरेगी। लेटर मिलने के बाद कॉलेज मैनेजमेंट पीटीएम कराने की तैयारियों में जुट गया है। हालांकि शैक्षिक सत्र खत्म हो चुका है। इसलिए अगले सत्र से पीटीएम की शुरुआत होगी। इसके लिए सभी यूनिवर्सिटी जो कम्पलसरी मीटिंग करने के लिए कहा गया है।

शुरू हुई तैयारियां

कॉलेज की छवि और शिक्षा के स्तर सुधारने के लिए यूजीसी पेरेंट्स- टीचर मीटिंग करने के निर्देश मिलते ही अब कॉलेजों ने भी तैयारी शुरु कर ली है। विभिन्न यूनिवर्सिटीज व कॉलेजों में इसके लिए तमाम प्रोफेसर्स को लिखित निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सीसीएस यूनिवर्सिटी की ओर से भी प्रोफेसर्स की मीटिंग कर इस संबंध में प्लानिंक करने की तैयारी चल रही है। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। नए शैक्षणिक सत्र से इसकी शुरुआत कर दी जाएगी।

यूजीसी के निर्देशों का पालन किया जाएगा। इसके लिए सभी कॉलेजों की मीटिंग बुलाई जाएगी। उसके बाद ही पूरी जानकारी कॉलेजों को दी जाएगी।

-प्रो। एनके तनेजा, वीसी, सीसीएस यूनिवर्सिटी

क्या कहते हैं स्टूडेंट

यह बहुत सही डिसिजन है, इससे पेरेंट्स में भी जागरूकता आएगी। स्टूडेंट में भी डर बना रहेगा।

-प्रीति गौड़, स्टूडेंट

कॉलेजों में पेरेंट्स मीटिंग करने से कुछ भी नहीं होने वाला है। इसके लिए जागरूकता की अवश्यकता है न की मीटिंग की।

-नव्या, स्टूडेंट

Posted By: Inextlive