Gorakhpur : गुरु हो तो ऐसा. यह लाइनें सिटी मौसम वैज्ञानिक एमएस लाल पर सटीक बैठता है. मोहद्दीपुर चारफाटक रोड पर रहने वाले एमएस लाल न सिर्फ मौसम विभाग के रोल मॉडल रहे. बल्कि सैकड़ों स्टूडेंट्स को इस मुकाम तक पहुंचाया है जो देश-विदेश में अच्छे पद पर तैनात हैं. उन्हें इस बात पर गर्व है कि उनके स्टूडेंट किसी जिले को संभाल रहे हैं तो कोई डॉक्टर और इंजीनियर है.

मौसम वैज्ञानिक के पद से दे दिया था इस्तीफा
1973 में उन्होंने मौसम वैज्ञानिक के पद पर ज्वाइन किया था। नौकरी करने के बाद भी उनका बच्चों को शिक्षित करने का जज्बा कम नहीं हुआ। वे बताते हैं बचपन से ही उन्हें पढ़ने और पढ़ाने का बड़ा शौक रहा है। शाम के फ्री होने के बाद बच्चों को पढ़ाना उनका पैशन था। यह उनका पैशन ही है कि आज उनके स्टूडेंट्स डीएम, इंजीनियर और डाक्टर हैं।
25 परसेंट बच्चों को दी जाती है मुफ्त शिक्षा
2010 में उन्होंने रिटायर होने से पहले ही नौकरी छोड़ दी ताकि बच्चों को पूरा टाइम दे सकें। उनके पास जितने भी स्टूडेंट्स है उनमें से 25 फीसदी को वे मुफ्त शिक्षा देते हैं। जो बच्चे पढ़ने में होनहार हैं और वह आर्थिक तंगी के चलते शिक्षा नहीं ले पाते हैं। उनका खर्च वे अपनी जेब से उठाते हैं। वे बताते हैं कि वे एक स्टूडेंट की पीड़ा समझते हैं, तभी वे इतनी शिद्दत से शिक्षा जैसे पवित्र पेशे से जुड़े हैं।
अच्छे मार्क्स वालों को प्रोत्साहन राशि
वे बताते हैं कि अगर किसी स्टूडेंट को कुछ समझ में नहीं आता है तो वह उनसे कभी भी कांटेक्ट कर सकता है। बच्चों की क्षमता जांचने के लिए?वे स्टूडेंट्स का वीकली और मंथली टेस्ट लेते हैं। इस टेस्ट में जिनके अच्छे मार्क्स आते हैं। उन्हें 100-1000 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

 

report by : amarendra.pandey@inext.co.in

Posted By: Inextlive