- शिक्षिका को तीन दिन से कॉल कर परेशान कर रहा था एक युवक

- साथी शिक्षकों ने आरोपी पर हाथ साफ कर पुलिस के हवाले कर दिया

मेरठ : ये है मेरठ की नई पहचान। यहां बेटियां डरती नहीं, डटकर मुकाबला करती हैं। यदि बात इज्जत से जुड़ जाए तो उनकी ताकत दुगनी हो जाती है। बेगमपुल पर जो हुआ उसे देखकर कोई भी इंकार नहीं कर सकता। शिक्षिका ने परेशान करने वाले मनचले को चप्पलों से पीट-पीटकर सबके सामने बेनकाब कर दिया। इस पर भी गुस्सा शांत नहीं हुआ तो पुलिस के हवाले कर रिपोर्ट दर्ज करने को तहरीर भी दे डाली।

यह है मामला

मनचले के छक्के छुड़ाने वाली यह साहसी शिक्षिका मोदीपुरम के एक कॉलेज की शिक्षिका है, जो सरधना थाने के सलावा गांव में रहती है। पिछले तीन दिन पहले शिक्षिका के मोबाइल नंबर पर एक कॉल आ रही थी। वह उसे प्यार मोहब्बत की बातें ही नहीं कर रहा था। बल्कि तीन दिन की मोबाइल पर हुई बातों के बाद मिलने की जिद भी करने लगा। आरोपी ने शिक्षिका की तारिफ फिल्मों की हीरोइन से कर रहा था। उसने यह भी बताया कि वह कंकरखेड़ा में शिक्षिका से मिल चुका है। शिक्षिका ने अपने शिक्षक साथियों को मनचले की करतूत के बारे में जानकारी दी। जिस पर शिक्षिका ने उसे मिलने के लिए बेगमपुल पर बुला लिया। चंद पलों में कुछ बातें हुई, इसके बाद शिक्षिका ने चप्पल निकाली और आरोपी की पिटाई शुरू कर दी। उसके बाद बाकी शिक्षक साथियों ने भी उस पर हाथ साफ किया। तभी पुलिस चौकी पर बैठी पुलिस ने आरोपी को अपने कब्जे में ले लिया। इंस्पेक्टर गजेंद्र पाल का कहना है कि आरोपी टीपीनगर थाने के गोकुल विहार में रहने वाला मोनू है, जो एक बच्चे का पिता है। शिक्षिका को मोबाइल पर अपना नाम राहुल बता रहा था।

इन्होंने कहा

मेरे पिता किसान है, मेरी शादी भी 8 मार्च की तय हो चुकी है, इसलिए परिवार के लोगों को पूरी जानकारी नहीं दी। साथी शिक्षकों को मामले की जानकारी दी। तब जाकर प्लान बनाया और मैने खुद कॉल कर आरोपी को बेगमपुल पर बुलाया। पिटाई के बाद पुलिस को सौंपा। अब उसकी पत्‍‌नी बच्चे को गोद में लेकर हमारे घर पहुंची थी। इसलिए माफ कर देती हूं।

पीडि़त शिक्षिका

Posted By: Inextlive