कंकरखेड़ा में टीचर ने ही किया बच्ची का यौन शोषण

काउंसलिंग के दौरान पेरेंट्स के सामने आई चौकाने वाली सच्चाई

घटना के कुछ दिनों बाद तक सहमी और डरी-डरी सी रहती थी बच्ची

Meerut। 2017 में कंकरखेड़ा निवासी एक बच्ची घर से थोड़ी दूर ट्यूशन पढ़ने जाती थी, वह बच्ची स्कूल टीचर के पास पढ़ती थी तो टीचर ने उस बच्ची को शुरु में तो टच किया तो उसने विरोध किया, लेकिन टीचर ने उसको फेल करने की धमकी दी। इसके बाद वह टीचर उस बच्ची का रोजाना यौन शोषण करने लगा। एक दिन जब टीचर ने लड़की के साथ ज्यादा ही गलत काम किया, तो वह बेचारी डरते हुए घर पहुंची। आम दिनों में हंसती खेलती बच्ची अब गुमसुम सी रहने लगी थी। साथ ही सहमी-सहमी भी रहती थी। उस दिन तो उस बच्ची ने पूरे दिन खाना तक नहीं खाया। हालांकि, पेरेंट्स ने जब उसके बदले बर्ताव को देखा तो उन्हें चिंता हुई। इसके बाद पेरेंट्स उसे मेडिकल में काउंसलर डॉ। पूनम देवदत्त के पास लेकर गए। हालांकि बच्चे पहले तो बहुत डरी सहमी रही, लेकिन काफी कोशिश के बाद बच्ची ने चौकाने वाली सच्चाई बताई। तीन काउंसिलिंग के बाद बच्ची ने टीचर की घिनौनी हरकतों के बारे में बताया। यह बात सुनकर पेरेंट्स भी हैरान रह गए, मामले में टीचर की शिकायत भी संबंधित थाने में की गई।

न डरे बच्चाें को समझाए

यौन शोषण का शिकार अक्सर बच्चा किसी न किसी डर के कारण अपनी बात को नहीं बता पाता है। डर और दहशत के कारण वो आरोपी का विरोध नहीं कर पाता है। डर के मारे अपने पेरेंट्स व किसी को भी बता पाता है। इस कारण ही आरोपी को शह मिलने लगती है। काउंसलर के अनुसार बच्चों को पेरेंट्स को इस तरह से ट्रीट करना चाहिए अगर उससे कोई छोटी सी भी गलती हो या उसके साथ कुछ गलत हो तो पहले विश्वास के साथ पेरेंट्स के साथ शेयर करे। बिना किसी डर के वह अपनी बात रख सके।

बच्चों पर रखें नजर

अगर आप किसी ट्यूटर, डांस टीचर आदि के पास अपने बच्चे को भेज रहे है तो सिर्फ उन पर डिपेंड न रहें। रोज अपने बच्चे से बात करें, ट्यूशन में उसने क्या किया, टीचर ने क्या कराया टीचर कैसे हैं, सभी बातें शेयर करने की आदत डालनी चाहिए, इसके साथ ही टीचर के पास भी अचानक जाकर मुलाकात करें। काउंसलर के अनुसार कभी-कभी अचानक जाकर देखें, कि टीचर कैसे पढ़ाता है, ताकि टीचर में भी डर बना रहे। इस तरह की घटना होने से बच सके।

बदल रहा है माहौल

आज के तेजी से बदलते दौर में जहां क्राइम बढ़ने लगा है वहीं बदलते लाइफ स्टाइल में जेनरेशन गैप के चलते बहुत सी दिक्कतें भी आ रही हैं। ऐसे माहौल में तेजी से बढ़ रहे अपने बच्चे सेक्सुअल अब्यूज से बचाना और उन्हें सचेत करना भी आज के पेरेंट्स के लिए जरुरी हो गया है। जरुरत है कि आज पेरेंट्स अपने बच्चों को उनके पास के माहौल से परिचित कराएं, उन्हें बताएं कि जिस दुनियां में वो जी रहे हैं, वहां क्या हो रहा है और कैसे कैसे लोग हैं और उनसे बचने के लिए क्या करना चाहिए।

Posted By: Inextlive