शिक्षक दिवस पर स्कूल से लेकर कालेजों तक रही बधाईयों की धूम

स्टूडेंट्स ने अपने शिक्षकों के प्रति प्रकट की कृतज्ञता

ALLAHABAD: शिक्षक दिवस का दिन टीचर्स के साथ ही स्टूडेंट्स के लिए भी बेहद खास होता है। इस खास मौके पर स्टूडेंट्स अपने शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता जाहिर करते हैं। बुधवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर भी स्कूलों से लेकर कालेजों व शैक्षिक संस्थानों में शिक्षक दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। स्कूलों में टीचर्स के सम्मान में स्टूडेंट्स ने कई रंगारंग कार्यक्रमों की मोहक प्रस्तुति दी। हमीदिया डिग्री कालेज में आयोजित कार्यक्रम के दौरान इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जगदंबा सिंह ने कहा कि सपने तो हर कोई देखता है, लेकिन उन्हें पूरा करने का जज्बा बहुत कम लोगों में होता है। ऐसे में शिक्षकों का सही मार्गदर्शन स्टूडेंट्स के जीवन को ऊचांईयों तक पहुंचाने में मदद करता है।

भावपूर्ण प्रस्तुतियों से मोहा मन

कथक केन्द्र के प्रेक्षागृह में शिक्षक दिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की संगीत विभाग के अध्यक्ष प्रो। जयंत खोटे द्वारा दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। केन्द्र की छात्राओं ने मोहक प्रस्तुतियां देकर लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के भूगोल डिपार्टमेंट में शिक्षक दिवस का आयोजन हुआ। चीफ गेस्ट कुलपति प्रो। आरएल हांगलू ने सेवा निवृत्त अध्यक्षों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो। एसएस ओझा ने सभी गेस्ट का स्वागत किया। केपी ट्रेनिंग कालेज में भी शिक्षक दिवस का आयोजन हुआ। भारत विकास परिषद स्वर्णिम शाखा प्रयाग प्रांत की ओर से भी भारत के दूसरे राष्ट्रपति एवं शिक्षाविद् डॉ। सर्वपल्ली राधा कृष्णन की जयंती पर शिक्षक दिवस का आयोजन हुआ। इस मौके पर विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

ज्ञान के साथ संस्कार जरूरी

नेहरू ग्राम भारती डीम्ड यूनिवर्सिटी में शिक्षक दिवस पर आयेाजित हुए कार्यक्रम के दौरान प्रो। आरपी मिश्रा को सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रो। मिश्रा ने कहा कि ज्ञान के साथ संस्कार का होना अति आवश्यक है। यदि संस्कार नहीं होगा तो ज्ञान का दुरुपयोग होने की आशंका बनी रहती है। समाज में कुरीतियां फैल जाती है। इसलिए शिक्षक को ज्ञानवान के साथ ही संस्कारवान तथा चरित्रवान होना बेहद जरूरी है। कार्यक्रम के दौरान कुलाधिपति जेएन मिश्रा ने विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि इलाहाबाद में शिक्षा के क्षेत्र में कई महान विभूतियों को जन्म दिया है। जिनसे हमें शिक्षा जगत ही नहीं बल्कि समाज को भी दिशा दिखाने में मदद मिलती है। इस मौके पर एक्सीड सोसायटी द्वारा 101 टीचर्स का सम्मान किया गया। सोसायटी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजीव त्रिपाठी ने कहा कि गुरु-शिक्षक परंपरा भारत की संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा है। कार्यक्रम में एक्सीड प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक कुलदीप मिश्रा एवं प्रबंधक आशुतोष मिश्रा, सुधीर त्रिपाठी आदि शामिल हुए।

Posted By: Inextlive