घर-घर जाकर टीमें ढूढेंगी टीबी के मरीज
टीबी एक्टिव फाइंडिंग अभियान आज से
डोर टू डोर ढूंढे जाएंगे मरीज, जागरूकता के लिए धार्मिक गुरुओं से ली जाएगी मदद Meerut। एक्टिव टीबी फाइंडिंग अभियान के तहत छुपे हुए टीबी के मरीजों को घर-घर ढूंढा जाएगा। आज से 2019-20 के अभियान के पहले फेज की शुरुआत की जाएगी। डीटीओ डॉ। एमएस फौजदार ने बताया कि इस दौरान टीमें घर-घर जाकर मरीजों को ढूंढेगी। ये है स्थिति 19 अक्टूबर तक अभियान चलेगा 60 जगहों को विभाग ने मरीज ढूंढने के लिए चिंहित किया है। 155 टीमें अलग-अलग जगह पर मरीज ढूंढेंगी 449671 लोगों पर अभियान चलाया जाएगा। 82533 घरों को इसके लिए चिंहित किया गया है। 32 सुपरवाइजर प्रोग्राम की मॉनिटरिंग करेंगे। 10 नोडल अधिकारी बनाएं गए हैं। 500 रूपये प्रति माह टीबी पॉजिटिव आने पर मरीज को दिए जाएंगे। टीबी के लक्षणों के आधार पर मरीजों को खोजा जाएगा।लोगों को टीबी के प्रति जागरूक करने और जांच के लिए प्रोत्साहित करने के लिए धार्मिक गुरुओं का सहयोग लिया जाएगा ।
धार्मिक स्थलों से जांच के लिए ऐलान करवाया जाएगा। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर भी जागरूकता एक्टिविटी की जाएंगी।इस बार बड़े स्तर पर प्रोग्राम चलाया जा रहा है। जागरूकता के लिए कई कार्यक्रम भी जोड़े गए हैं। हमारी कोशिश है कि छुपे हुए अधिक से अधिक मरीज सामने आए।
डॉ। एमएस फौजदार, डीटीओ