रजिया बेगम नाम की एक महिला निजामाबाद से दोपहिया वाहन पर 1400 किलोमीटर की यात्रा कर नेल्लोर में फंसे अपने बेटे को बुधवार के दिन घर वापस ले आईं। लाॅकडाउन की वजह से उनका बेटा वहां फंसा रह गया था।

निजामाबाद (एएनआई)। एक महिला तेलंगाना के निजामाबाद जिले में दोपहिया वाहन पर 1400 किलोमीटर की दूरी तय कर अपने बेटे को घर वापस ले आई। बता दें उसका बेटा कोरोनो वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण नेल्लोर में फंसा हुआ था। निजामाबाद जिले के बोधन की एक शिक्षिका रजिया बेगम ने कहा कि उनका बेटा निजामुद्दीन अपने दोस्त के बीमार पिता को देखने के लिए 12 मार्च को नेल्लोर गया थे। फिर अचानक लॉकडाउन लागू होने के कारण वो घर वापस नहीं लौट पाया क्योंकि परिवहन सुविधाएं रोक दी गई थीं।

इस तरह मिली उसे बेटे को वापस लाने की अनुमति

रजिया ने एएनआई को बताया 'मैं अपने बेटे को वापस लाना चाहती थी। मैंने बोधन एसीपी जयपाल रेड्डी से संपर्क किया और उन्हें मेरी स्थिति बताई। एसीपी ने तुरंत मुझे दिया नेल्लोर की यात्रा के लिए अनुमति दे दी।' इसके अलावा रजिया ने अनुमति मिलने के बाद स्थानियी पुलिस से अकेले सड़क यात्रा की भी अनुमति मांगी थी। रजिया ने बताया कि लाॅकडाउन की वजह से उसे रास्ते में कई जगहों पर पुलिस ने रोका पर अनुमति पत्र की वजह से उसे जाने दिया गया।

बुधवार को बेटे को घर लेकर लौटीं

रजिया ने बताया कि उन्हें कई चेक प्वाॅइंट्स पर रोका गया तो उन्होंने बोधन एसीपी द्वारा दिया गया अनुमति पत्र दिया और आगे बढ़ती चली गईं।उन्होंने बताया कि रास्ते में उन्हें जंगलों से हो कर भी गुजरान पड़ा था पर उन्हें डर नहीं लगा क्योंकि निडर होकर अपने बेटे को घर वापस लाना चाहती थीं। बात दें कि रजिया सोमवार को इस यात्रा पर निकली थीं और बुधवार को अपने बेटे को घर वापस लेकर लौंटी।

Posted By: Vandana Sharma