पर्वतीय क्षेत्रों में नेटवर्क न आने से वीडियो कॉलिंग करना कठिन

देहरादून।

लॉकडाउन के कारण डॉक्टर्स तक न पहुंच पाने वाले पेशेंट के लिए राज्य में टेलीमेडिसिन व्यवस्था शुरू की गई है, लेकिन पर्वतीय क्षेत्रों में कमजोर नेटवर्किंग इस योजना की सफलता के रास्ते में बड़ी बाधा बन गई है। टेलीमेडिसिन योजना के तहत पेशेंट्स को वीडियो कॉलिंग के जरिये संबंधित डॉक्टर से बात करके परामर्श लेने की व्यवस्था है, लेकिन कमजोर नेटवर्किंग के कारण वीडियो कॉल नहीं हो पा रही है। इसके अलावा ऐसे पेशेंट के लिए इस योजना का कोई महत्व नहीं है, जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं है।

4000 पेंशेन्ट ले चुके सलाह

टेलीमेडिसिन योजना के तहत अब तक प्रदेश में 4000 पेंशेन्ट डॉक्टर्स से परामर्श ले चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा ऐसे लोग हैं जिन्होंने ऑनलाइन बात न हो पाने पर कॉल करके जानकारी ली।

ऐसे करें रजिस्ट्रेशन

www.श्रह्मह्यद्दश्र1.द्बठ्ठ पर जाकर एंटर करेंगे। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन साइट पर क्लिक करें। दो ऑप्शन मिलेंगे। आधार बेस और बिना आधार का ऑप्शन मिलेगा। आधार है तो आधार बेस में क्लिक करें। नहीं है तो दूसरे ऑप्शन पर क्लिक करें। मोबाइल नम्बर एंटर करें और सबमिट कर दें। वन टाइम पासवर्ड आएगा। पासवर्ड सबमिट करें। इसके बाद पेशेन्ट रजिस्ट्रेशन फार्म भरें। अपनी डिटेल डालें। सभी डिटेल भरने के बाद सबमिट करें। डिटेल दिखने के बाद हॉस्पिटल चूज करने का ऑप्शन आएगा। ऑप्शन चूज करके प्रोसिड करें। यहां आपको सभी डॉक्टर के नाम और फोन नम्बर दिखाई देंगे। जहां ग्रीन दिखाएगा आप वहां पर बु¨कग कर सकते हैं।

कैसे करें डॉक्यूमेंट स्कैन

ज्यादातर लोग स्मार्ट फोन से फोटो खींचकर भेज देते हैं, लेकिन अक्सर ये फोटो साफ नहीं होते और पर्चो में जो दर्ज है, उसे डॉक्टर समझ नहीं पाते, इसलिए जरूरी है कि किसी अच्छे सॉफ्टवेयर से डॉक्यूमेंट स्कैन करें।

क्या है टेलीमेडिसिन

डॉक्टर अब दूर रहकर भी पेशेंट का इलाज कर सकते हैं। एक सॉफ्टवेयर के जरिए सभी सीएचसी, पीएचसी और स्वास्थ्य केन्द्रों को एक साथ जोड़ा गया है। पेशेंन्ट डॉक्टर्स की लिस्ट देखकर सीधा संवाद कर सकते हैं। पहले हर हॉस्पिटल का अलग टेलीमेडिसिन सॉफ्टवेयर था। लेकिन, अब सभी हॉस्पिटल एक ही सॉफ्टवेयर से जोड़े गये हैं।

कई बार नेटवर्क न होने के कारण हम पेशेंट बात नहीं कर पाते है। पेशेंट की तकलीफ को समझने और उन्हें समझाने में 15 से 30 मिनट तक लग जाते हैं। उन्हें फिर भी समझ न आए तो हम उन्हें अपना फोन नम्बर दे देते हैं।

डॉ। केसी पंत, फिजिशियन

दून हॉस्पिटल

दून मेडिकल कॉलेज के सभी डॉक्टर को टेलीमेडिसिन से जोड़ा गया है। अब तक पूरे प्रदेश में 80 डाक्टर को ही जोड़ा जा सका है। नेटवर्क न होने से वीडियो कॉलिग प्रॉपर नहीं हो पाती है। : डॉ। आशुतोष सयाना,

प्रि¨सपल, दून मेडिकल कॉलेज

पेशेंट को फोन से समझाया जा रहा है। जो भी रेगुलर पेशेंट है, उन्हें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ वीडियो कॉलिग कर कर्सन करने के लिए कहा गया है। कई लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। लेकिन, पहाड़ के पेशेंन्ट प्रॉपर इंटरनेट फेसलिटी न होने के कारण बात नहीं कर पा रहे हैं।

डॉ। सुशील ओझा, इंचार्ज टेलीमेडिसिन दून

Posted By: Inextlive