-शहर के डॉक्टर फोन और व्हाट्स एप से कर रहे इलाज

PATNA : कोरोना वायरस के दहशत की बीच सरकार ने 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया है। जिस वजह से शहर के कुछ सरकारी अस्पतालों को छोड़कर सभी प्राइवेट क्लिनिक की ओपीडी बंद हो गई है। मरीजों की परेशानी को देखते हुए पटना के डॉक्टरों ने टेलिमेडिसिन सर्विस शुरू कर दी है। डॉक्टरों ने मोबाइल को क्लिनिक बना लिया है। डॉक्टर छोटी-छोटी बीमारियों का इलाज व्हाट्स एप और फोन पर ही कर रहे हैं।

-परामर्श के बाद ही लें दवा

सीनियर गैस्ट्रोसर्जन डॉ। संजीव कुमार ने बताया कि 5 से 15 साल के बच्चों में पेट से संबंधित बीमारियों के पेशेंट ज्यादा हैं। क्योंकि ये खानपान पर कंट्रोल नहीं करते हैं। लॉकडाउन की वजह से सभी क्लिनिक बंद हैं। ऐसे में फोन पर चिकित्सकीय परामर्श लेकर बच्चों को उचित दवा दें। उन्होंने बताया कि मामूली बीमारियों के लिए कई लोग घरों में ही दवा रखते हैं। ऐसे में दवा लेने से पहले चिकित्सकीय परामर्श लेना आश्यक है।

-संक्रमण से बचें

कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इससे बचने के लिए जरूरी हो तभी अस्पताल जाएं। इसमें हर किसी को सहयोग करना चाहिए। ज्यादातर बच्चों को सर्दी, जुकाम, निमोनिया, पेट दर्द जैसी बीमारियों की शिकायत है। ऐसे में फोन पर बच्चों की पूरी जानकारी डॉक्टरों को देकर परामर्श ले सकते हैं। जिससे डिस्टेंस मेंटेंन के साथ-साथ संक्रमित लोगों के टच में आने की संभावना भी नहीं रहेगी। आई स्पेशलिस्ट डॉ। सुभाष ने बताया कि धूलकण आंख में जाने की वजह से परेशानी बढ़ जाती है। फोन पर परामर्श ले सकते हैं।

-बदले मौसम में इंफेक्शन का खतरा

डॉ। ग्यासुददीन राई ने बताया कि मौसम बदल रहा है। ऐसी स्थिति में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। क्लिनिक पर पेशेंट की भीड़ बढ़ जाती है। अधिकांश लोग पेट की समस्या से परेशान होते हैं। साथ ही सर्दी-जुकाम से भी लोग परेशान होते हैं। क्लिनिक खुलने पर पेशेंट की लंबी लाइन लग जाएगी इसलिए हमलोगों ने सरकार के निर्णय का पूरी तरह से क्लोज कर दिया है। समस्या के निदान के लिए फोन या व्हाट्स एप पर पूरी जानकारी शेयर करने पर उचित परामर्श दी जाएगी।

ये हैं सीजनल बीमारियां

डायरिया

डिसेंट्री

सर्दी

खांसी

बुखार

भूख न लगना

पेट दर्द

उल्टी

आंख में जलन

Posted By: Inextlive