हर रीजन से कुंभ के लिए चलेंगी बसें
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हजार बसें कुंभ स्पेशल नाम से प्रदेश के सभी परिक्षेत्र से चलाई जाएंगी। ये दिसम्बर में रोडवेज के बेड़े में शामिल हो जाएंगी। 02 हजार बसें प्रमुख शाही स्नान पर्वो के लिए अस्थाई बस अड्डे पर बैकअप के रूप में रखी जाएंगी। 06 हजार बसें पिछले कुंभ मेला में रोडवेज की ओर से चलाई गई थीं कुंभ के दौरान शहर के बाहर बने अस्थाई बस अडडों से किया जाएगा संचालनALLAHABAD: संगम की रेत पर अगले वर्ष आयोजित होने जा रहे कुंभ मेला के लिए अन्य प्रमुख विभागों की तरह उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम ने भी यात्रियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने की योजना बनाई है। यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान तक आसानी से पहुंचाने के लिए कुंभ स्पेशल नाम से बसों का संचालन कराया जाएगा। खासतौर से प्रमुख शाही स्नान पर्वो के दौरान यहां से एक या दो नहीं बल्कि आठ हजार कुंभ स्पेशल बसें चलेंगी। ये बसें लखनऊ व बनारस सहित प्रदेश के सभी परिक्षेत्रों से इलाहाबाद तक आएंगी।
अस्थाई बस अड्डे से संचालनइस बार के कुंभ मेला में शहरी एरिया से रोडवेज की बसों का संचालन नहीं किया जाएगा। झूंसी, नैनी व बमरौली एरिया में बनाए जाने वाले अस्थाई बस अड्डे से सभी बसों का संचालन होगा। इसकी बड़ी वजह ये है कि मेला की अवधि में शहर के भीतर एक हजार शटल बसें चलेंगी। ये मेला क्षेत्र तक यात्रियों को पहुंचाने का काम करेंगी।
अड्डे पर बनेगा विश्राम गृह कुंभ मेला के लिए जिन स्थानों पर अस्थाई बस अड्डा बनाया जाएगा वहां यात्रियों को रात में भटकना नहीं पड़ेगा। हर बस अड्डे पर यात्री विश्राम गृह का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा वाटर कूलर, बसों की डिजिटल समय सारिणी भी लगाने की व्यवस्था की जाएगी। यूनेस्को से कुंभ को सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किए जाने के बाद इसकी महत्ता बढ़ गई है। इसे ध्यान में रखते हुए मुख्यालय से आठ हजार बसों के संचालन का निर्णय लिया गया है। प्रमुख स्नान पर्वो पर बैकअप में रखी जाने वाली बसों की सुविधा दी जाएगी। डॉ। हरीशचंद्र यादव, रीजनल मैनेजर, इलाहाबाद परिक्षेत्र