-अस्थाई कर्मचारियों को हटाए जाने के विरोध में आंदोलन शुरू, मैनेजमेंट पर लगाए गंभीर आरोप

- लंबित मांग पूरी नहीं होने पर 15 जून से बरेली कॉलेज में तालाबंदी की दी चेतावनी

बरेली: बाहर का रास्ता दिखाए जाने से बरेली कॉलेज ने अस्थायी कर्मचारियों ने मंडे को कॉलेज में जमकर हंगामा किया. नए सत्र के शुभारंभ पर अस्थाई कर्मचारियों ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बेमियादी आंदोलन शुरू कर दिया. प्राचार्य कक्ष में पहुंचकर धरना दिया. प्रबंध तंत्र पर गंभीर आरोप लगाए. लंबित मांगों को पूरा करने मांग की. समाधान नहीं होने पर 15 जून से कॉलेज में तालाबंदी की चेतावनी दी. वहीं संगठन के जिलाध्यक्ष जितेंद्र मिश्रा ने कहा कि अपनी सत्ता खोने के डर से प्रबंधतंत्र कॉलेज को विश्वविद्यालय नहीं बनने देना चाहता है.

कई सालों से झेल रहे उत्पीड़न

कर्मचारी कल्याण सेवा समिति के बैनर तले सुबह आंदोलन शुरू हुआ. प्रशासनिक कार्यालय के बाहर आवाज बुलंद करने के बाद कर्मचारी प्राचार्य कक्ष में जा घुसे और कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. पूर्णिमा अनिल को घेरकर जमीन पर बैठ गए. संगठन के जिलाध्यक्ष ने कहा कि कॉलेज का मैनेजमेंट अस्थाई कर्मचारियों को न्यूनतम वेतनमान, ईपीएफ नहीं देना चाहता है. कई सालों से अस्थाई कर्मचारी उत्पीड़न का दंश झेल रहे हैं. जबकि पूर्व में प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद कर्मचारियों ने आंदोलन समाप्त किए थे. आला अफसरों के सामने किए वायदे को पूरा करने की बजाय अब मैनेजमेंट मुकर रहा है. लेकिन इस बार कर्मचारी आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं.

केंद्रीय मंत्री के घेराव की चेतावनी

जितेंद्र मिश्रा ने कहा, मंगलवार को प्राचार्य का घेराव किया जाएगा. अस्थाई कर्मचारियों की मांगों को पूरा कराने में नाकाम रहने पर उनसे इस्तीफा मांगा जाएगा. उच्च शिक्षाधिकारी से भी मिलेंगे. श्रम आयुक्त व ईपीएफ आयुक्त से मिलकर न्याय की गुहार लगाएंगे. बात नहीं बनने पर केंद्रीय श्रम मंत्री के भी घेराव करने की चेतावनी दी.

Posted By: Radhika Lala