आज बिकिनी एक बेहद पॉपुलर ड्रेस बन चुकी हैं। हॉट लुक व सेक्‍सी पोज देने के लिए यह ड्रेस काफी कंफर्टेबल मानी जाती हैं। ऐसे में अब मन में एक सवाल जरूर उठता है कि आखिर बिकिनी का नाम बिकिनी कैसे पड़ा। इसे किसने और क्‍या सोचकर बनाया तो आप परेशान न हों। आज हम आपको बिकिनी के नाम के साथ उससे जुड़े कुछ रोचक तथ्‍यों से रूबरू कराते हैं...


सबसे पहले पेरिस की एक मॉडल Micheline Bernardini ने पेरिस के मशहूर स्विमिंग पूल में इसे पहली बार पहन कर मॉडलिंग की। इसके बाद तो जैसे इस टू पीस स्वीम ड्रेस धीरे-धीरे पसंद की जाने लगी थी। इसके इस नाम को रखने के पीछे लुईस रियर्ड मानते थे कि इसे पॉपुलर बनाना किसी एटम बम को उतारने से कम नहीं था। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद जब यूरोप ने इस ड्रेस का जोरदारी से स्वागत किया और फैशन में काफी बदलाव देखने को मिलें। हालांकि इसके बाद किन्हीं कारणोंवश स्पेन और इटली के बीचों पर बिकिनी पहनने पर रोक लगा दी, लेकिन बाद में यह रोक हट गई। 1950 के दौर में बिकिनी बाज़ारों में अपनी पकड़ जमाने लगी।


धीरे-धीरे बिकिनी ने अपनी जगह पूरी दुनिया में बना ली। हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड में बिकिनी लुक को वरीयता मिली। आज अधिकांश फिल्मों में बिकिनी का इस्तेमाल किया जाता है।

हालांकि अभी भी बिकिनी को लेकर अक्सर बॉलीवुड की फिल्मों में हंगामा होता रहता है। वहीं आज टीनएजर्स भी सोशल मीडिया पर अपनी फेवरिट ड्रेस बिकिनी में अपने पोज शेयर करते हैं।

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Posted By: Shweta Mishra