- सात करोड़ रुपए से फिर होगा ब्यूटिफिकेशन का काम

पहले का काम अधूरा, फिर से निकला टेंडर

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RANCHI (02 स्नद्गढ्ड) : सिटी के सबसे बड़े तालाब विवेकानंद सरोवर को संवारने का प्रोजेक्ट अभी पूरा भी नहीं हुआ है, लेकिन अब फिर से टेंडर निकाल दिया गया है। इस तालाब के ब्यूटिफिकेशन का काम तीन साल से चल रहा है। अभी तक काम पूरा नहीं हुआ है। तालाब की मौजूदा स्थिति तीन साल पहले वाली है, जबकि ब्यूटिफिकेशन के नाम पर अब तक करोड़ों रुपए तालाब में बहा दिए गए। बदलाव के नाम पर सिर्फ कुछ दूरी तक पाथ-वे और स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा नजर आती है।

छह महीने से काम बंद

सौंदर्यीकरण का काम बीते छह महीने से बंद है। अभी फ‌र्स्ट फेज का काम पूरा नहीं हुआ, लेकिन दूसरे फेज की तैयार शुरू कर दी गई। एक बार फिर 7.29 करोड़ रूपए का टेंडर विभाग द्वारा जारी किया गया है। इसके तहत दुकान, कैफेटेरिया, ओपेन एयर थियेटर, योगा बिल्डिंग, बायो टॉयलेट, प्ले जोन व रंग-बिरंगी लाइट लगाने का काम किया जाएगा। साथ ही रोटरी पार्क से सेवा सदन हॉस्पिटल तक भी विकसित करना है। विज्ञापन में 25 फरवरी तक टेंडर फाइनल करने की बात कही गई है। दूसरे फेज को पूरा करने के लिए नवंबर 2020 तक का समय दिया गया है।

दूषित होने लगा पानी

बड़ा तालाब में कई सालों से सफाई नहीं हुई है। यहां का पानी दूषित होने लगा है। पानी से बदबू भी आने लगी है। वहीं सालों भर तालाब जलकुंभियों से पटा रहता है। नगर निगम की ओर से कभी-कभी सफाई कराई जाती है, लेकिन कुछ ही दिन में फिर से जलंकुभी भर जाता है। तालाब के किनारे ही लोग गाडि़यों को साफ करते नजर आते हैं। इतना ही नहीं टेंट हाउस के कपड़े भी यहीं धूलते हैं। इससे पानी दूषित होता जा रहा है। वहीं पर्व त्योहार के पूजन सामग्री से लेकर प्रतिमाओं का भी विसर्जन इसी तालाब में किया जाता है। तालाब के बीचों बीच स्वामी विवेकानंद की 33 फीट की प्रतिमा लगायी गयी है। लेकिन इसके चारो और जलकुंभियों का कब्जा रहता है। 17 करोड़ रुपए की लागत से तालाब का सौंदर्यीकरण और स्वामी विवेकानंद प्रतिमा का निर्माण काम पूरा किया गया था। फिर भी इसकी खूबसूरती देखने का अभी सपना ही बना हुआ है।

Posted By: Inextlive