एक ओर जहां चीनी प्रेसीडेंट शी जिनपिंग भारत का दौरा कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर बॉर्डर पर चीनी सैनिक घुसपैइ कर रहे हैं. आपको बता दें कि पूर्वी लद्दाख में देमचोक क्षेत्र में 10 दिन से घुसे चीनी सैनिक और नागरिक वहां से हटने को तैयार नहीं हैं.

देशभक्ति बनी 'मसाल'
चीन के सैनिक भले ही बॉर्डर पर घुसपैठ करने की कोशिश कर लें, लेकिन उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने के लिये हमारे देश के नागरिक डटे हुये हैं. अब इन घुसपैठियों को रोकने के लिये लद्दाख के स्थानीय लोग आगे आ गये हैं. वे तिरंगा लेकर घुसपैठिये चीनी खानाबदोशों के सामने अडे हुये हैं. चीनी सैनिकों की शह पर भारत में घुस आये खानाबदोशों को लेकर चीन के रुख का भारत सरकार इंतजार कर रही है. गौरतलब है कि सोमवार को चीन के साथ हुई ब्रिगेडियर लेवल की मीटिंग में भारत ने इस घटना पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी, लेकिन इससे कुछ हासिल नहीं हुआ.
नहर का विरोध
चीनी घुसपैठियों द्वारा की जा रही इस तरह की हरकतों की मुख्य वजह भारतीय सीमा में बन रही नहर बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि चीनी इस नहर का विरोध कर रहे हैं. लद्दाख से बीजेपी सांसद थुपस्तान चेवांग ने कहा कि चीनी खानाबदोशों को उनकी सेना की शह हासिल है. हालांकि इन खानाबदोशों के आगे स्थानीय लोग भी डट गये हैं और वे इन्हें किसी कीमत पर आगे नहीं बढ़ने देने को तैयार हैं.
फिर होगी फ्लैग मीटिंग
चीन के साथ अगली फ्लैग मीटिंग स्पैनपुर गैप बॉर्डर मीटिंग प्वॉइंट पर अगले एक या दो दिनों के भीतर होनी है. इसमें एलओसी पर पैदा हुये तनाव को खत्म करने की कोशिश की जायेगी. सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को हुई फ्लैग मीटिंग में इंडिया ने चीन से लद्दाख से अपने सैनिकों और नागरिकों को हटाने के लिये कहा था. लेकिन चीनी सेक्टर कमांडर ने कहा कि वह अपने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के बाद ही कुछ कदम उठा पायेंगे.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari