मुंबई की ट्रेनों में हुए सीरियल बम ब्लास्ट मामले का मास्टर माइंड कथित आतंकी एहतेशाम कुतुबुद्दीन सिद्दीकी जेल में रहते हुए होम्योपैथी डॉक्टर बनना चाहता है. मगर सेंट्रल काउंसिल फोर रिसर्च इन होम्योपैथी सीसीआरएच ने उसे इस कोर्स के लिए होम्योपैथी विज्ञान की 45 पुस्तकें नि:शुल्क देने से मना कर दिया है. डॉक्टर बनने की इच्छा को पूरा करने के लिए आतंकी ने दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा है. इसमें उसने आजीविका के लिए व्यापार करने व शिक्षा के अधिकार का हवाला देते हुए होम्योपैथी विज्ञान की 45 पुस्तकें नि:शुल्क मुहैया कराने की मांग की है.


मुंबई ट्रेन सीरियल ब्लास्ट का आरोपीज्ञात हो कि वर्ष 2006 के मुंबई ट्रेन सीरियल ब्लास्ट मामले का मुख्य आरोपी एहतेशाम कुतुबुद्दीन सिद्दीकी इस समय मुंबई की सेंट्रल जेल में बंद है. हाई कोर्ट ने आतंकी द्वारा भेजे गए पत्र को गंभीरता से लेते हुए उसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया है. अदालत ने इस याचिका में एहतेशाम का पक्ष अदालत के समक्ष रखने के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता सुमित पुष्करणा को नियुक्त किया है.महंगी पुस्तकें निशुल्क नहीं
उसने एक अन्य पत्र के माध्यम से हाई कोर्ट से यह भी अपील की है कि उसे उसके मामले की प्रत्येक सुनवाई पर उपस्थित रहने की अनुमति प्रदान की जाए. जनहित याचिका पर गुरुवार को हाई कोर्ट में सुनवाई होने की संभावना है. सीसीआरएच का कहना था कि पुस्तकें महंगी हैं और इन्हें निशुल्क में नहीं दिया जा सकता. एहतेशाम को अगर यह पुस्तकें चाहिए तो उसे 50 हजार रुपये की राशि देनी होगी.Report by: Pawan Kumar (Dainik Jagran)

Posted By: Satyendra Kumar Singh