यूपी एटीएस द्वारा देवबंद से दबोचे गए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों शाहनवाज तेली और आकिब अहमद मलिक की पुलिस रिमांड मंगलवार को खत्म हो गई।

- जैश आतंकियों शाहनजवाज तेली और आकिब अहमद मलिक की पुलिस रिमांड खत्म, जेल भेजे गए
- कई बड़े आतंकियों के देवबंद में आकर यूपी के कई जिलों में जाने की तस्दीक
- मोबाइल फोन से रिकवर हुए डाटा से मिली अहम जानकारी, एटीएस जल्द कर सकती है कई और अरेस्टिंग
- पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स ने युवाओं को ट्रेनिंग के लिये भेजने का दिया था निर्देश
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LUCKNOW:
10 दिन तक चली रिमांड के दौरान आतंकियों से एटीएस को अहम जानकारियां हाथ लगी हैं। दोनों ने जैश के लिये युवाओं की भर्ती की बात कुबूल की है। इसके अलावा आतंकियों के मोबाइल फोन से डाटा रिकवर कराने में भी एटीएस को कामयाबी मिली है। जिससे उनके नेटवर्क की कई कडिय़ां एटीएस को जोडऩे में मदद मिली है। पूछताछ में जैश के बड़े आतंकियों के देवबंद और वहां से प्रदेश के कई जिलों में जाकर रेकी करने की भी पुष्टि हुई है।
एरिया कमांडर के साथ किया कई जिलों का दौरा
पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान जैश आतंकी शाहनवाज व आकिब ने कुबूल किया कि वे पहले कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिदीन के पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी के संपर्क में थे। लेकिन, बुरहान के एनकाउंटर के बाद जैश के आतंकी फैजान के साथ मिलकर बड़ी घटना को अंजाम देने की प्लानिंग की थी। हालांकि, उनकी प्लानिंग सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता की वजह से फेल हो गई। उन्होंने बताया कि पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हमले के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों को दहलाने की साजिश रच चुके थे। शाहनवाज व आकिब ने आसपास के कई जिलों का दौरा किया था। जैश-ए-मोहम्मद के एक एरिया कमांडर से शाहनवाज व आकिब की मुलाकात हुई थी । जिसे लेकर उन्होंने पश्चिमी यूपी के कई जिलों का दौरा किया था। एटीएस की पूछताछ में दोनों आतंकियों ने कुबूल किया कि 21 फरवरी को एरिया कमांडर को देवबंद बुलाकर पश्चिमी यूपी के कई जिलों के दहलाने की पूरी प्लानिंग की गई थी। इसी दौरान हास्टल के कमरे में पार्टी भी की गई थी।
बीबीएम व वाट्सएप से मिले अहम सुराग
आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि दोनों आतंकियों के पास से बरामद उनके मोबाइल फोन पर इस बात की पुष्टि हुई थी कि वे अपने संपर्कों से ब्लैकबेरी मैसेंजर व वाट्सएप जीबी के जरिये बात करते थे। उन्होंने बताया कि आतंकियों ने तमाम मैसेजों को डिलीट कर दिया था। जिन्हें एटीएस ने कड़ी मशक्कत के बाद रिकवर कर लिया है। इसके जरिए एटीएस को उनके नेटवर्क से संबंधित अहम जानकारियां हाथ लगी हैं। जिसके जरिए एटीएस अब उन युवकों को राडार पर लेने की तैयारी में जुट गई है। बताया गया कि इनमें से कई युवकों को कस्टडी में लेकर पूछताछ की जाएगी। दोषी पाए जाने वाले इनके साथियों को अरेस्ट भी किया जाएगा। साथ ही दोनों आतंकियों के वर्चुअल नंबरों के जरिए भी बात करने के प्रमाण मिले हैं। इन वर्चुअल नंबरों की डिटेल निकलवाने के लिये केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की मदद ली जा रही है।
भर्ती करके युवाओं को भेजना था पाकिस्तान
पूछताछ के दौरान आतंकियों शाहनवाज और आकिब ने बताया कि वे पश्चिमी यूपी के युवाओं को जैश-ए-मोहम्मद द्वारा तैयार किये गए प्रोपेगैंडा वीडियो के जरिए संगठन में भर्ती कराने की योजना पर काम कर रहे थे। कई युवाओं को ऐसे वीडियो व लिट्रेचर दिया भी गया था। बताया कि वीडियो व लिट्रेचर देखने के बाद पॉजिटिव दिखने वाले युवकों को खाड़ी देश या नेपाल के रास्ते ट्रेनिंग के लिये पाकिस्तान भेजने के निर्देश पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स ने उन्हें दिये थे।

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Posted By: Shweta Mishra