1955 में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच यह टेस्ट मैच खेला गया था। जिसमें एक पारी में पांच कंगारू बल्लेबाजों ने शतक जड़ दिए थे।


8वें नंबर के बल्लेबाज ने भी जड़ा शतककानपुर। टेस्ट क्रिकेट में कई रिकॉर्ड ऐसे हैं जो शायद एक बार ही बनते हैं। आज से 63 साल पहले किंग्सटन में वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऐसा टेस्ट मैच खेला गया जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। ये ऐसा मैच था जिसमें कंगारू बल्लेबाजों ने रनों का नया कीर्तिमान बना दिया। कैरेबियाई गेंदबाज परेशान हो रहे थे, उधर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एक के बाद एक शतक जड़ते जा रहे थे। ऑस्ट्रेलिया की एक पारी में कुल 5 बल्लेबाजों ने शतक लगाए, इसमें एक दोहरा शतक था तो पांचवां शतक 8वें नंबर के बैट्समैन ने जड़ दिया।1955 में खेला गया था ये मुकाबला
ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, साल 1955 में ऑस्ट्रेलियाई टीम पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने वेस्टइंडीज गई थी। सीरीज का पांचवां और आखिरी मैच जमैका के किंग्सटन में खेला गया। मेहमान टीम पहले ही 2-0 से सीरीज मे आगे थी, ऐसे में कंगारू बल्लेबाजों ने इस मैच में बेखौफ बल्लेबाजी की। मेजबान वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का निर्णय लिया। पूरी कैरेबियाई टीम पहली पारी में 357 रन पर ऑलआउट हो गई। अब बारी थी कंगारू बल्लेबाजों की। ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही, सात रन के कुल स्कोर पर 2 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए थे मगर उसके बाद उन्होंने जो वापसी की तो एक इतिहास बन गया।पारी और 82 रन से जीता था मैचऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 8 विकेट के नुकसान पर 758 रन बनाए, यह उनका सर्वाधिक टेस्ट स्कोर भी है। इस पारी में पांच बल्लेबाजों ने शतक ठोके। मैक्डोनॉल्ड (127), हैरवी (204), मिलर (109), ऑर्चर (128) और आठवें नंबर पर बैटिंग करने आए बेनॉड (121) ने भी शतक के साथ पारी का अंत किया। इतना बड़ा लक्ष्य खड़ा करने के बाद वेस्टइंडीज के लिए जीत के दरवाजे तो लगभग बंद हो गए थे, मगर वो यह टेस्ट ड्रा भी नहीं करा पाए। वेस्टइंडीज की दूसरी पारी भी 319 रन पर सिमट गई और ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच एक पारी और 82 रन से जीत लिया।टेस्ट खेलने वाला इकलौता भारतीय क्रिकेटर जो अफगानिस्तान में पैदा हुआ1950 में भारत को मिला था फुटबॉल वर्ल्ड कप खेलने का मौका, जूते नहीं थे इसलिए हो गए बाहर

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari