- टीजीटी 2016 जीव विज्ञान आवेदन को माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने दी मान्यता

- विज्ञप्ति जारी कर बोर्ड ने लिखित परीक्षा व चयन प्रक्रिया कराने का दिया भरोसा

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PRAYAGRAJ: सूबे के एडेड इंटर कालेजों में टीजीटी जीव विज्ञान 2016 के अन्तर्गत लिखित परीक्षा को लेकर सालों से उम्मीद लगाए हजारों अभ्यर्थियों की आस बढ़ गई है। बोर्ड की ओर से जीव विज्ञान के आवेदन को मान्य देने का निर्णय किया है। जिसके बाद हजारों की संख्या में नौकरी की आस में बैठे जीव विज्ञान के अभ्यर्थियों को नई संजीवनी मिली है। बोर्ड की ओर से 12 जुलाई 2018 को प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) वर्ष 2016 में विज्ञापित पदों को रद करने का निर्णय लिया था, उस आदेश को निरस्त करने का शुद्धिपत्र जल्द ही जारी होगा। साथ ही 304 पदों के लिए बोर्ड की तरफ से लिखित परीक्षा कराते हुए चयन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

67005 अभ्यर्थियों को फैसले से मिली राहत

माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के निर्णय के बाद प्रदेश के 67005 अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है। गौरतलब है कि शासन ने यह भर्ती कराने के लिए 13 जनवरी को हाईकोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था। उसके बाद कोर्ट ने आदेश दिया था कि वह दो माह में चयन प्रक्रिया पूरी कराए। इस निर्णय से प्रदेश के 67005 अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि उन्होंने आवेदन किया था लेकिन, लिखित परीक्षा के पहले ही विज्ञापन से जीव विज्ञान के पदों को हटा दिया गया था। हाईकोर्ट के आदेश पर बुधवार को चयन बोर्ड की बैठक में यह प्रकरण रखा गया। इसमें कहा गया कि पांच जून 2016 को विज्ञापित जीव विज्ञान विषय के विज्ञापन को मान्य किया जाता है।

2018 को बोर्ड ने रद्द किया था आवेदन

वर्ष 2016 में माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की तरफ से विभिन्न विषयों की तरह ही टीजीटी जीव विज्ञान के लिए भी आवेदन मांगे गए थे। इसके करीब दो साल बाद बोर्ड की ओर से जीव विज्ञान के आवेदन निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया गया। चयन बोर्ड ने 2018 में दावा किया था कि यूपी बोर्ड के माध्यमिक कालेजों में यह विषय ही नहीं है इसलिए इस पद पर भर्ती कराने का औचित्य नहीं है। इसके विरोध में अभ्यर्थियों ने लंबे समय तक आंदोलन किया, चयन बोर्ड, यूपी बोर्ड से लेकर शासन तक मांग मुखर हुई लेकिन, अभ्यर्थियों को कई से कोई उम्मीद नहीं मिली। जिसके बाद अभ्यर्थी कोर्ट की शरण में पहुंचे उन्हें राहत मिली।

- डेढ़ साल के संघर्ष के बाद बोर्ड का आदेश हजारों जीव विज्ञान के अभ्यर्थियों के लिए राहत का विषय है।

जितेन्द्र यादव

अध्यक्ष, जीव विज्ञान संघर्ष मोर्चा

Posted By: Inextlive