- कार डिलीवर होने के बाद कभी हुंडई के सर्विस स्टेशन नहीं गई सेंट्रो

- नंबर प्लेट में किया गया है खेल, नहीं हो रहा है नंबर का चेसिस नंबर से मिलान

- पुलिस ने नहीं करी कार की पूरी जांच पड़ताल, वापस जाने दी कार

Meerut: गांधी बाग के सामने जो सेंट्रो कार आग का गोला बनी, उसके लिए जिम्मेदार कार स्वामी खुद ही है। जी हां हमने सेंट्रो कार का पूरा डाटा निकाला तो कई चौंकाने वाली बात निकलकर सामने आई। दस जनवरी ख्000 को दिल्ली के एक शोरूम से डिलीवर हुई यह कार आज तक वापस देश के किसी भी हुंडई के शोरूम में नहीं गई। यहां तक कि कार की सर्विस भी नहीं कराई गई। पहली सर्विस भी मालिक ने बाहर प्राइवेट कराई है।

नंबर का खेल खड़ा कर रहा है सवाल

नंबर का खेल बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। जी हां कार पर नंबर डीएल-फ् सी, 8ब्फ्9 पड़ा हुआ था, जबकि हुंडई शोरूम आबूलेन से जब डाटा निकाला गया तो कुछ और निकलकर सामने आया। इस नंबर का मिलान हुंडई शोरूम के मैनेजर जेएस राना ने अपने हुंडई के साफ्टवेयर पर डालकर किया तो मिलान नहीं हुआ। इसके बाद मैनेजर ने अपने कर्मचारी दानिश को मौके पर भेजा। वहां चेसिस नंबर से मिलान किया गया तो कार का नंबर गलत पाया गया। कार के चेसिस नंबर के आधार पर गाडी का नंबर डीएल 8 सीएफ 90भ्भ् निकला। एक बार शोरूम से कार निकलने के बाद दोबारा शोरूम में सर्विस के लिए भी नहीं गई। वहीं जब इस संबध में कार स्वामी से बात की गई तो वह सही जवाब नहीं दे सके।

कार के नंबर में खेल किया हुआ है। जिस सेंट्रो आग लगी हमने वहां अपनी टीम भेजी थी, जिसका चेसिस नंबर से हमने सेंट्रो कार का रिकॉर्ड चेक किया तो कई लापरवाही सामने आई है। एक तो कभी भी कार सर्विस स्टेशन डिलीवर होने के बाद नहीं गई है। दूसरा चेसिस नंबर से कार का मिलान किया गया तो जो कार की नंबर प्लेट पर नंबर लिखा है, वह कंपनी के रिकॉर्ड से मैच नहीं खा रहा है।

जे। एस। राना

वर्क मैनेजर

हुंडई

Posted By: Inextlive