-फर्जी तरीके से सौ वाहनों के रजिस्ट्रेशन जारी करने का मामला

-प्रथम दृष्टया सामने आया फर्जीवाड़ा, सख्त हुए कमिश्नर

ALLAHABAD: आरटीओ ऑफिस में हुए फर्जीवाड़े की प्रशासनिक जांच के आदेश कमिश्नर ने दिए हैं। प्रथम दृष्टया हुई तहकीकात में सौ वाहनों के फर्जी रजिस्ट्रेशन जारी किए जाने के मामले में डीलर और कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आई है। ऐसे में कमिश्नर ने सख्ती बरतते हुए अपर आयुक्त को जांच करने के आदेश दिए हैं। बता दें कि रोक लगाए जाने के बावजूद आरटीओ ऑफिस में पुराने परमिट में हेर-फेर कर नए रजिस्ट्रेशन जारी किए गए हैं।

नहीं बचेंगे, होगी कार्रवाई

मामले का खुलासा होने के बाद कमिश्नर ने मामले की जांच के आदेश आरटीओ सगीर अहमद को दिए थे। प्रथम दृष्टया प्रूफ हो गया कि लगभग सौ टेंपो-टैक्सी व ऑटो के नए फर्जी रजिस्ट्रेशन जारी किए गए हैं। जबकि स्वयं कमिश्नर ने इस पर रोक लगाई थी। डीलर और आरटीओ कर्मचारियों की मिलीभगत की पुष्टि होने के बाद कमिश्नर ने मामले की प्रशासनिक जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं। अपर आयुक्त जांचकर रिपोर्ट सौंपेंगे।

कौन करेगा नुकसान की भरपाई?

फर्जीवाड़े के तहत जिन लोगों का लाखों का नुकसान हुआ है, उनकी भरपाई कौन करेगा यह बड़ा सवाल है। फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर के जरिए लोगों को वाहन खरीदवा दिए गए और अब परमिट नहीं मिलने पर उनकी गाडि़यां जब्त हो रही हैं। ऐसे में उनका रोजगार खतरे में पड़ सकता है। उनके नुकसान के बचाव के लिए टैंपो-टैक्सी यूनियन को आगे आना होगा।

प्रशासन सस्पेंड कर सकता है लाइसेंस

तकरीबन एक दर्जन डीलर्स इस फर्जीवाड़े में शामिल हैं। उन्होंने पुरानी परमिट में हेराफेरी कर नए रजिस्ट्रेशन जारी करवाने में अहम भूमिका निभाई। कागजी कार्रवाई में आरटीओ ऑफिस का स्टाफ भी शामिल रहा। सूत्र बताते हैं कि जांच होने के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। यही कारण है कि खुद कमिश्नर ने प्रशासनिक जांच कराए जाने की पहल की है। आरोप सिद्ध हो जाने पर डीलर्स का वाहन बिक्री का लाइसेंस भी खतरे में पड़ सकता है।

वर्जन

प्रथम दृष्टया फर्जीवाड़ा साबित होने के बाद अपर आयुक्त को मामले की प्रशासनिक जांच के आदेश दिए गए हैं। इससे डीलर और कर्मचारियों की भूमिका सामने आ जाए। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

-डॉ। आशीष गोयल, कमिश्नर

जिन लोगों ने नए वाहन खरीदे उनका लाखों का नुकसान हो रहा है। उनके हक के लिए यूनियन की ओर से प्रयास के लिए पदाधिकारियों में चर्चा चल रही है।

-रमाकांत रावत, महामंत्री, टैंपो-टैक्सी यूनियन इलाहाबाद

Posted By: Inextlive