- प्राइवेट डाटा इंट्री ऑपरेटरों ने किया हड़ताल का एलान

- बेल्ट्रान से नियुक्त कर्मचारियों के साथ हुआ है बड़ा घोटाला

- रविवार को बैठक में हुई 14 हजार कर्मचारियों के भविष्य पर बात

PATNA : प्रदेश के सरकारी कार्यालयों के कम्प्यूटर कभी भी बंद हो सकते हैं। इन्हें ऑपरेट करने वाले प्राइवेट डाटा इंट्री ऑपरेटरों का मूड अब ऑफ हो रहा है क्योंकि उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। पीएफ और ईएसआई में करोड़ों रुपए के घोटाले से उनका भविष्य प्रभावित हुआ है.रविवार को ऑपरेटरों की बैठक में आक्रोश साफ दिखा जिसमें संकेत न्याय के लिए बड़े आंदोलन का था। ये आक्रोश कभी भी फूट सकता है जिससे सरकारी काम काज प्रभावित होगा।

एक नजर में मामला

बेल्ट्रान के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न सरकारी कार्यालयों में प्राइवेट डाटा इंट्री ऑपरेटरों को नियुक्त किया गया है। मौजूदा समय में इनकी संख्या क्ब् हजार से भी अधिक है। इसके लिए काम करने वाली दो प्राइवेट कम्पनियों ने कर्मचारियों के पीएफ और ईएसआई के मद का करोड़ों रुपए डकार लिया। मामला उजागर होने के बाद बेल्ट्रान के प्रबंध निदेशक राहुल सिंह ने शास्त्रीनगर थाना में उक्त दोनों कंपनियों और उनके अधिकारियों के खिलाफ क्रमश: ख्क् और फ्0 जुलाई ख्0क्म् को अलग अलग केस दर्ज कराया था। केस दर्ज होने के बाद भी पुलिस इस मामले में न्याय नहीं दिला सकी है। ऐसे में कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

आई नेक्स्ट ने ब्रेक किया था मामला

बेल्ट्रान में करोड़ों रुपए के पीएफ और ईएसआई घोटाले का मामला सबसे पहले आई नेक्स्ट ने ब्रेक किया था। घोटाले के बाद कर्मचारी भी आगे आए और वह न्याय के लिए विभाग के साथ पुलिस पर दबाव बनाने में जुट गए। अब न्याय के लिए आंदोलन के सुर मजबूत हो रहे हैं।

बढ़ता जा रहा है कर्मचारियों का आक्रोश

रविवार को राष्ट्रीय मजदूर क्रांग्रेस (इंटक) के प्रदेश अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह के साथ बिहार राज्य डाटा इंट्री कम्प्यूटर ऑपरेटर संघ के महासचिव विशाल कुमार के साथ अन्य पदाधिकारियों ने बेल्ट्रान के साथ प्रदेश सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि कर्मचारियों के साथ प्रदेश में इतना बड़ा धोखा हुआ और पूरा तंत्र शात बैठा है। इसका परिणाम काफी नकारात्मक है। पदाधिकारियों के आक्रोश में आंदोलन का बड़ा संकेत मिला है।

Posted By: Inextlive