- बिजली चोरी पर अंकुश लगाने के लिए पीवीवीएनएल की सार्थक पहल

- 540 ट्रांसफॉमर्स पर डीटीएम लगाने की तैयारी में पीवीवीएनएल

-पावर कॉर्पोरेशन की सख्ती से लाइन लॉस कंट्रोलिंग का फार्मूला तैयार

Meerut। बिजली चोरी रोकने के लिए पीवीवीएनएल ने लाइन लॉस कंट्रोल करने का हाईटेक फॉर्मूला तैयार किया है। इसके तहत डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉमर्स पर बिजली चोरी पकड़ने वाली डिवाइस लगाई जाएगी। शहर को तकरीबन 540 ट्रांसफॉमर्स पर यह हाईटेक डिवाइस लगाई जाएगी, जहां सबसे अधिक बिजली चोरी की संभावना है।

क्या है डीटीएम

पीवीवीएनएल लाइन लॉस कंट्रोलिंग के लिए शहर के ट्रांसफॉर्मर पर डीटीएम (डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉमर मॉनीटर)लगाने का काम शुरू कर दिया है। डीटीएम डिवाइस का सबसे बड़ा इस्तेमाल बिजली चोरी वाले इलाकों में किया जाएगा।

ऐसे करेगी काम

डीटीएम का सबसे बड़ा लाभ पावर सप्लाई और उसकी खपत के बीच का अंतर लगाने से होगा। इससे संबंधित एरिया के कंज्यूमर की संख्या और उनके बीच कंज्यूम होने वाली बिजली के फर्क का पता चल सकेगा। मानों 1000 कंज्यूमर्स के बीच यदि, 2000 किलोवॉट बिजली की खपत होनी चाहिए और उस एरिया में इससे अधिक बिजली कंज्यूम हो रही है तो यह रिकॉर्ड मीटर बताने का काम करेगा।

मुख्य अभियंता संभालेंगे मोर्चा

पीवीवीएनएल एमडी अभिषेक प्रकाश सिंह ने इस मुहिम की जिम्मेदारी जोन के चीफ इंजीनियर को सौंपी है। एमडी ने स्पष्ट किया है कि इस डिवाइस को पूरे शहर में लगाने के बाद कंट्रोल से ही इस पर निगाह रखी जा सकेगी। अधिकारी ट्रांसफॉर्मर पर जाकर लोड चेक करेंगे।

प्रति किलोवॉट से लगेगा जुर्माना

दरअसल, ट्रांसफार्मर पर लगी डिवाइस के आउटपुट के आधार पर एक्सईएन क्षेत्र में जाकर मामले की जांच करेंगे। जबकि चोरी पकड़े जाने पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इसके साथ ही घरेलू कनेक्शन होने पर 4000 रुपए और कॉमर्शियल कनेक्शन होने पर 10,000 रुपए प्रति किलोवॉट तक जुर्माना भी वसूला जाएगा।

540 ट्रांसफार्मर पर लगेगा डीटीएम

प्लान के अंतर्गत शहर के 540 ट्रांसफामर्स पर डीटीएम लगाने का लक्ष्य रखा गया है। ये सभी मीटर्स रिहायशी क्षेत्र में रखे 250 व 400 केवीए के डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर पर लगाए जाएंगे।

एक साल पहले बना था प्लान

पीवीवीएनएल की ओर से इस योजना का एक्शन प्लान 2015 साल पूर्व बनाया गया था। जबकि योजना को धरातल पर आते-आते एक साल से भी अधिक लग गया। अब चूंकि पावर कार्पोरेशन ने शहर में 24 घंटे पावर सप्लाई मुहैया कराने पर सख्ती दिखाई है तो विभाग ने प्लान के अंतर्गत काम करना शुरू किया है।

शहर के डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉमर्स पर डीटीएम लगाने से बिजली चोरी के मामले पकड़ने में काफी हद तक मदद मिलेगी। इससे बिजली की उपलब्धता, खपत और चोरी तीनों की जांच की जा सकेगी।

-विराग बंसल, चीफ इंजीनियर मेरठ जोन

Posted By: Inextlive