नंबर गेम

- जनवरी 2016 में गायब हुए थे सिलेंडर

- 61 सिलेंडर का है मामला

- 5 सदस्यीय टीम गठित

- नर्स, कर्मचारियों और सप्लायर एजेंसी की भूमिका की होगी जांच

- 2 साल पहले भी गायब हुए थे

- 140 सिलेंडरों को था मामला

-वीसी के आदेश पर पांच सदस्यीय जांच कमेटी गठित

-दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने प्रकाशित की थी खबर

LUCKNOW:

किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की खबर को संज्ञान में लेते हुए 61 सिलेंडर गायब होने के मामले में जांच कमेटी गठित कर दी है। गौरतलब है कि दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने एक अगस्त के अंक में 'केजीएमयू में फिर से सक्रिय सांसों के सौदागर' शीर्षक से इस मामले का खुलासा किया था।

आखिर कहां गए सिलेंडर

इस मामले की जांच के लिए एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के डॉ। जीपी सिंह की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय टीम बनाई गई है। यह टीम इस पूरे प्रकरण में नर्स, कर्मचारियों और सप्लायर एजेंसी की भूमिका की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। सूत्रों के अनुसार वीसी ने सख्त निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट सौंपी जाएगी ताकि दोषियों पर एक्शन लिया जा सके। जांच कमेटी में रेस्पिरेटरी डिपार्टमेंट के प्रो। राजीव गर्ग को संयोजक, प्रो। संदीप तिवारी, प्रो। अनूप कुमार वर्मा और प्रो। हरिराम को सदस्य नामित किया गया है।

यह था मामला

केजीएमयू अधिकारियों के अनुसार जनवरी 2016 में रेस्पीरेटरी मेडिसिन डिपार्टमेंट में 61 सिलेंडर गायब होने की बात सामने आई थी। यह सूचना तत्कालीन सिस्टर इंचार्ज पार्वती ने सीएमएस ऑफिस को दी थी। सिस्टर पार्वती ने मेडिकल सुप्रीन्टेंडेंट को भेजे पत्र में कहा था कि अक्टूबर 2014 में 34 सिलेंडर कंपनी गए थे लेकिन 9 सिलेंडर कम वापस मिले। उसी दिन 41 सिलेंडर कंपनी को दिए गए लेकिन एक भी सिलेंडर वापस नहीं किया गया। यानी सीधे तौर पर उन्होंने आपूर्तिकर्ता कंपनी पर ही कम संख्या में सिलेंडर सप्लाई करने का आरोप लगाया था। इस शिकायत के बाद भी एचओडी से लेकर सीएमएस तक ने आरोपियों को बचाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की। पिछले वर्ष जून में पार्वती शर्मा रिटायर हो गई। जिसके बाद सिलेंडर को लेकर उनकी पेंशन फंसी तो यह मामला सामने आ गया।

140 सिलेंडरों का पता नहीं

इन 61 सिलेंडर के मामले से दो साल पहले केजीएमयू में 140 ऑक्सीजन सिलेंडर गायब होने का प्रकरण सामने आया था। इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी और जांच के लिए ऑक्सीजन प्रभारी डॉ। संदीप तिवारी की अध्यक्षता में जांच कमेटी भी बनाई गई थी। लेकिन आज तक इन सिलेंडर का पता नहीं चला है।

ऑक्सीजन सिलेंडर मामले की जांच के लिए डॉ। जीपी सिंह की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर दी गई है।

रजिस्ट्रार, केजीएमयू

Posted By: Inextlive