PATNA : शहर का वीआईपी इलाका. पटना जू बेली रोड. यहां सुबह-सुबह 'बड़े-बड़े' लोग टहलने आते हैं. इसी पॉश इलाके में दो युवक की डेडबॉडी रात भर नाले में पड़ी रही पर किसी को खबर तक नहीं लगी. शास्त्रीनगर थाने से कुछ ही दूरी पर यह एक्सीडेंट हुआ पर थाने को भी सूरज की रोशनी में दिखाई दिया.


एक बार फिर दो की जान चली गई। हालांकि ये बच सकते थे, पर सड़क किनारे खुदे गड्ढे ने इन्हें बचने नहीं दिया। दरअसल, बेली रोड पर पटना जू की दीवार के किनारे खोदे गए गड्ढे में पानी लगा था। रात को एक एक्सीडेंट में दोनों युवक उसी पानी में डूब गए और फिर उनकी जान चली गई। एक बार फिर से विभागीय लापरवाही के कारण दो मौत हुई है।

मोबाइल से बात करने पर हुई पहचान
मरने वालों में एक की पहचान आरा बिहार कॉलोनी के विवेक के रूप में की गई, जबकि दूसरा राकेश उर्फ रक्कू बिहार कॉटन मिल कॉलोनी फुलवारीशरीफ का रहने वाला है। दोनों देर रात फुलवारीशरीफ से ही निकले थे। राकेश के भाई अयोध्या प्रसाद के घर छठी थी, जिसमें आरा से उसके रिश्तेदार कृष्णा कुमार अपने दोस्त विवेक के साथ आया था। इनके पास से मिले मोबाइल नम्बर पर बात कर दोनों की पहचान की गई।

रात की घटना, सुबह में चला पता
सचिवालय थानांतर्गत बेली रोड पर हुई इस घटना की जानकारी पुलिस को सुबह में मिली। देर रात हुई इस घटना के बारे में किसी को भी पता नहीं चला, जबकि यह घटना शास्त्रीनगर थाने से महज कुछ ही दूरी पर हुई। हालांकि सड़क के इस पार और उस पार से पूरा थाना क्षेत्र ही बदल जाता है। सचिवालय और शास्त्रीनगर थाने की पुलिस को नाले में गिरे होने की खबर सुबह पौने सात बजे मिली।

जिंदे को मरा समझ लिया
दोनों मृतक के पास से पुलिस को मोबाइल मिला। नाले मे गिरकर मोबाइल भीग गया था। पुलिस ने उससे सिम कार्ड निकालकर दूसरे मोबाइल में लगाकर कॉल की। पुलिस ने जिस मोबाइल से बात की, वह नम्बर कृष्णा का था। कृष्णा आरा से आया था। स्कूटर का नम्बर बीआर 3-6255 बताया। उसके रिलेटिव्स को लगा कि कृष्णा की ही मौत हो गई। जबकि कृष्णा ने रात में इतनी शराब पी ली थी कि वह इनलोगों के साथ निकल नहीं सका। फुलवारी स्थित अपने रिश्तेदार के घर आया कृष्णा सुबह से ही अपनी स्कूटर खोज रहा था। जब लोग पहचान करने आए, तो बताया कि कृष्णा तो अभी चाय पी रहा था। वह कैसे मर सकता है?

Posted By: Inextlive