कल्चरल इवेंट से महकते रहे पंडाल

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संगम की रेती पर दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेला कुंभ के दौरान संस्कृति विभाग उप्र की ओर से पहली बार बड़े स्तर पर कल्चरल इवेंट का आयोजन किया जा रहा है। इवेंट के पांचवें दिन अलग-अलग सेक्टरों में स्थित अक्षयवट पंडाल, ऋषि भारद्वाज पंडाल, यमुना पंडाल व सरस्वती पंडाल में देश की समृद्धि कला व संस्कृति का नजारा दिखाया गया। मेला एरिया के सेक्टर चार में स्थित अक्षयवट पंडाल में नई दिल्ली की प्रख्यात श्रीराम कला केन्द्र के कलाकारों ने रामलीला की मनमोहक प्रस्तुति की तो उसके बाद दिल्ली के कुमुद दीवान द्वारा उपशास्त्रीय गायन की प्रस्तुति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

बस्तर बैंड ने बांधा समा

सेक्टर छह में स्थित ऋषि भारद्वाज पंडाल में छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों उर्वशी साहू ने राउतनाचा, करमा व सुगा लोकनृत्य की प्रस्तुति की। मुख्य आकर्षण जगदलपुर से आए बस्तर बैंड का रहा। बैंड पर कलाकारों ने धूम मचाते हुए आदिवासी रंग नामक सांगितिक प्रस्तुति की। एक अन्य प्रस्तुति थाईलैंड की रामलीला का रहा। थाईलैंड सरकार के संस्कृति विभाग के कलाकारों ने हिन्दी भाषा में रामलीला का मंचन किया। सेक्टर सोलह के सरस्वती पंडाल में उड़ीसा की कलाकार डॉ। स्नेहा समर्थ राय ने गोटिपुआ नृत्य की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति की तो उन्नाव के लोक गायकक लखन तिवारी ने आल्हा गायन और सागर की प्रख्यात गायिका निशा तिवारी ने नौरता बधाई प्रस्तुत की। जबकि त्रिवेणी पंडाल में दर्शकों ने पद्म भूषण से सम्मानित पंडित विश्व मोहन भट्ट ने मोहन वीणा से दर्शकों को आनंदित किया।

Posted By: Inextlive