MEERUT : दिल्ली रोड पर स्थित संजय वन अब इको पार्क के तौर पर जाना जाएगा. नया रूप देने के लिए काफी काम हो चुका है. जुलाई में यहां एंट्री शुरू करने की तैयारी है. यहां एक बार आने के बाद थोड़ी देर के लिए आप चिंता फिक्र से मुक्त हो जाएंगे.

पार्क में क्या है
जागरण चौराहा से सटे संजय वन काफी समय से उजाड़ हो गया था। वन विभाग इसका कायाकल्प करा रहा है। दो तिहाई काम पूरा हो चुका है। फिलहाल यहां हरे भरे पेड़ों के बीच जॉगिंग ट्रैक और वाकिंग प्लाजा बनाया गया है। कई तरह के पार्क डेवलप हो रहे हैं। जिसमें आल सीजन शॉवर पार्क, मेडीसनल प्लांट पार्क, वाटर पार्क, बर्ड फीडिंग पार्क, बंबू पार्क आदि है। हर पार्क को यूनिक बनाने की कोशिश है। मसलन, एक पार्क ऐसा होगा जिसमें हर राज्य के एक पेड़ लगाए जाएंगे जिससे उस राज्य की पहचान है। बच्चों और बड़ों को यहां आकर सुकून मिलेगा और बार-बार आने का दिल करेगा।

बच्चों की एंट्री पर पांच रुपए
इको पार्क में जाने का कुछ चार्ज फिक्स रहेगा। अधिकतम बीस रुपए, बच्चों के लिए पांच रुपए टिकट की एंट्री रखने पर सोचा जा रहा है। सप्ताह में ये एक दिन बंद रहेगा। रोजाना खुलने का समय सुबह पांच बजे से शाम पांच बजे तक का होगा।

पास की भी सुविधा
जो लोग रोजाना इस इको पार्क में आना चाहते हैं, उनके लिए मंथली पास बनाने की भी सुविधा दी जाएगी। खासकर दिल्ली रोड, मोहकमपुर, शताब्दी नगर और आसपास के रिहायशी इलाकों के लोग इसका फायदा उठा सकेंगे। मंथली पास  पर कितना खर्चा आएगा, अभी तय नहीं है लेकिन ये काफी सस्ता होगा।

बुजुर्ग कर सकेंगे श्रमदान
संजय वन में एक कैंटीन भी खोलने का भी प्रस्ताव है। इसमें कोल्ड ड्रिंक या फास्ट फूड नहीं बिकेगा। हां, पराग के दूध, मट्ठा समेत दूसरे प्रॉडक्ट जरूर बिकेंगे। इको पार्क से बुजुर्गों को भी जोडऩे की तैयारी है। ये बुजुर्ग वालंटियर्स के तौर पर होंगे जो कुछ देर पार्क में श्रमदान कर सकेंगे औैर पार्क को बेहतर बनाने में अपना योगदान दे सकेंगे। पार्क शुरू होने के साथ ही बजुर्गों के ग्र्रुप बनाने की कवायद शुरू कर दी जाएगी। डीएफओ ललित कुमार वर्मा ने कहा है कि पार्क को जुलाई में शुरू करने की पूरी तैयारी है।

Posted By: Inextlive