यहां सुविधाओं पर नहीं दिया जाता ध्यान
- तो ऐसे खुल रही है सिटी के पब्लिक स्कूलों की पोल
- मोबाइल टॉवर लगाए, नहीं की प्राथमिक उपचार की व्यवस्था MEERUT: पब्लिक स्कूलों की सच्चाई तो जांच के दौरान तब निकलकर आई जब स्कूलों में सख्ती के साथ हुई जांच। शुक्रवार को सिटी के कुछ बड़े स्कूलों की भीतरी सच्चाई जानकर जांच की टीम को भी हैरान हो गई। स्कूलों में जाने पर जब बड़ी खामियां मिली तो जांच टीम भी देखती रह गई। स्कूलों में अनुशासनहीनता के साथ ही विभिन्न व्यवस्थाओं की कमी ने स्कूलों की पूरी पोल खूल गई। यहां मिली अनुशासनहीनता सदर की निरीक्षण टीम के अनुसार सेंट मेरीज स्कूल में बच्चों में काफी अनुशासनहीनता मिली। स्कूल में किसी अधिकारी के आने पर बच्चों को किस तरह से अनुशासन बनाए रखना चाहिए। इस बात से बच्चे बिल्कुल ही अंजान नजर आए। टीम का कहना था स्कूल में बच्चे काफी अनुशासनहीन हैं।फिजिकल पनिशमेंट भी मिली
स्कूल में बच्चों को फिजिकल पनिशमेंट भी दी जाती है। टीम के पहुंचने पर कुछ इसी तरह के नजारे देखने को मिले। क्लास 9 में एक टीचर ने एक बच्चे को मुर्गा बनाया हुआ था। मोबाइल के टॉवरब्रह्मपुरी और बागपत रोड की टीम को तो द मिलेनियम स्कूल में मोबाइल के दो टॉवर लगे हुए मिले। जांच अधिकारी के अनुसार तो वहां न तो पीने के पानी की ठीक व्यवस्था थी। और न ही स्कूल में लड़कियों के लिए सही वॉशरूम की व्यवस्था थी।