- आरटीओ ऑफिस के अंदर दलाल खुद को नहीं बता सकेंगे कर्मचारी

- आरटीओ ऑफिस के हर कर्मचारी के काउंटर पर होगी उसकी फोटो, पद नाम और काम की डिटेल के साथ

sanjeev.pandey@inext.co.in

LUCKNOW: आरटीओ ऑफिस के अंदर अब दलाल खुद को वहां का कर्मचारी बताकर लोगों से रकम नहीं ऐंठ सकेंगे। इसके लिए परिवहन विभाग एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है। जिसके जरिए वहां काम करने वाले कर्मचारियों की पहचान आम लोगों के लिए बेहद आसान हो जाएगी।

हर कर्मचारी की डिटेल

परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार भ्रष्टाचार दूर करने के लिए गठित विशेष कमेटी ने सभी आरटीओ ऑफिस में एक नया नियम लागू करने की तैयारी की है। इस नियम के तहत आरटीओ ऑफिस के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की फोटो वहां लगाई जाएगी, जिसके साथ यह डिटेल भी होगी कि वह कर्मचारी कहां बैठते हैं। कर्मचारी के काउंटर के बाहर उनका नाम और पदनाम भी लिखा जाएगा। वहीं सभी कर्मचारियों को अब अपनी शर्ट पर नेम प्लेट भी लगानी होगी। इस योजना की शुरुआत गोरखपुर से होगी और अगले चरण में इसे राजधानी के आरटीओ और एआरटीओ ऑफिस में लागू किया जाएगा।

कर्मचारी की सीट पर रहते हैं दलाल

विभागीय अधिकारियों के अनुसार कई बार शिकायतें आई हैं कि आरटीओ ऑफिस में दलाल कर्मचारियों की कुर्सी पर बैठकर काम कर हैं। ऐसे में यहां आने वाले लोग पहचान ही नहीं पाते कि वे अपने काम के लिए कर्मचारी के पास गए हैं कि दलाल के पास। ये दलाल लोगों को अपना परिचय आरटीओ कर्मचारी के रूप में देते हैं और काम के बदले उनसे काफी धन वसूलते हैं। इस नई व्यवस्था से यह सारा खेल बंद हो जाएगा।

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दलाल से नहीं होगा संपर्क

इस नई व्यवस्था में जब सभी कमरों और काउंटरों पर अधिकारियों और कर्मचारियों की डिटेल लोगों को मिलेगी तो लोगों का दलालों से संपर्क ही नहीं हो सकेगा। यही नहीं अगर आरटीओ ऑफिस का कोई कर्मचारी किसी से पैसे की डिमांड करेगा तो उसकी भी पहचान आसानी से हो जाएगी। विशेष समिति के अधिकारियों के अनुसार गोरखपुर, लखनऊ और अलीगढ़ में इसकी शुरुआत होगी, इसके बाद सभी जगहों पर इसे लागू किया जाएगा।

कोट

लोगों के हित में परिवहन विभाग जो फैसला लेगा, उसे तुरंत लागू किया जाएगा। कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वे वर्किंग ऑवर में सीट पर रहें जिससे लोगों को परेशानी न हो।

संजय तिवारी, एआरटीओ प्रशासन

लखनऊ, परिवहन विभाग

Posted By: Inextlive