इस हफ्ते एक नहीं दो दो बड़े टीवी ने सीरीज अपना लास्ट एपिसोड एयर किया। एक तरफ़ 12 सीजन तक लोगों को हंसाने वाला बिग बैंग थ्योरी खत्म हुआ तो दूसरी ओर एच बी ओ का भव्य टीवी शो गेम ऑफ थ्रोन्स अपने अंजाम तक पहुंचा आठ सीजन के बाद।

कानपुर। चेतावनी : इस आर्टिकल में 'स्पोइलर्स' हैं, इसलिए अगर आपने ये दोनों नहीं देखे तो यहीं से आगे मत जाइए।
1.  गेम ऑफ थ्रोन्स
2011 में एक नावेल पे बेस्ड एक भव्य शो आया, हर तरफ हो हल्ला मच गया, सात किंगडम की ये लड़ाई रेज बन गई, लोग पगला गए, टीवी पर ऐसा कुछ कभी किसी ने नहीं देखा था। शो का नाम था गेम ऑफ थ्रोन्स। पहले ही सीजन में ये शो सुपरहिट हो गया। कल इसका भी फिनाले 'गुज़र गया'।


कहानी-
सात शक्तिशाली किंगडमज़ में से कौन बैठेगा 1000 मठाधीशों की तलवारों से बने आयरन थ्रोन पे, यही जर्नी है इस शो का प्लाट।
क्यों था खास ये शो-
अपनी फ़ास्ट पेस और बेहद कॉम्प्लिकेटेड कहानी के चलते मैंने पहले ही एपिसोड के बाद इस शो में रुचि लेना बंद कर दिया था। फ्रैंकली मुझे 2011 में ये शो और इसकी भक्ति करने वाले मेरे दोस्त काफी इरिटेट करते थे, यही कारण है कि ये शो मैंने 7 सीजन तक नहीं देखा।  ये बात जिसने भी जानी वो मुझे ग्लानि की दृष्टि से देखता था और उनकी पंचलाइन हमेशा एक ही होती थी ' क्या बात कर रहे हो, तुमने गेम ऑफ थ्रोन्स नही देखा, रियली?' आखिरकार अपने बॉस के प्रेस करने पे सीजन 7 खत्म होने के बाद मैंने इस शो को बिंजवाच किया और 3 हफ्ते में इसके सात सीजन देख डाले। मुझे दुख हुआ कि मैंने देर कर दी इस यूनिवर्स में घुसने की जो कि फैंटेसी और फोक्लोर का गज़ब मेल था। इस शो को जिस तरह से माउंट किया गया था, एक एक एपिसोड एक शार्ट फ़िल्म जैसा था। अलग अलग हाउसेस के किरदार बहुत ही अच्छे लिखे हुए थे। शो का प्रोडक्शन डिज़ाइन और vfx बहुत ही शानदार था और इसी कारण से शो भव्य था। अनगिनत फैन थ्योरी बाज़ार में आ गई, हर एक फैन ने अपनी एक न एक फैन थ्योरी ईजाद की। किसी को लगा कि जॉन, किसी को ख़लीसी, किसी को सरसी और किसी को आर्या, और किसी को नाईट किंग थ्रोन का वारिस लगा। सात सीज़न तक एक ग्रेट वॉर की तैयारी होती रही जो ज़िंदा लाशों से होनी थी। लोग सीजन 8 के लिए खासे उत्साहित थे।


क्या हुआ सीजन 8 में-
नाईट किंग और उसकी आर्मी को आर्या ने खत्म कर दिया
2 ड्रैगन, सरसी, जेमी, थिआन, ख़लीसी मर गए
ब्रान 6 किंगडम का राजा बना, टीरियन उसका प्रधानमंत्री बना
आर्या अपनी ही दुनिया बसाने निकल पड़ी
सांसा नार्थ की रानी बनी
ख़लीसी के मर्डर के इल्ज़ाम में जॉन स्नो को वापस नाईटवाच भेज दिया गया
ब्रिएन ने ग्रेट वॉर का इतिहास लिखा
कैसा था फाइनल सीजन-
जिससे बड़ी बड़ी उम्मीदें हो वो अगर पूरी न हों तो झल्लाहट भी उतनी बड़ी होती है। मेरे हिसाब से इतना रायता जो 7 सीजन में फैला था, इसे ठीक से समेटने के लिए 6 एपिसोड बहुत कम थे। एपिसोड 1 और 2 तक तो सब ठीक चला, बात उसके बाद से बिगड़ी। इतना हो हल्ला जिस ग्रेट वॉर का था, वो एक एपिसोड में ही खत्म हो गई। फिर उसके बाद तो एपीसोड दर एपिसोड बात बिगड़नी शुरू हुई, एपिसोड 5 की तो निंदा तक हो गई। राइटर्स ने काफी बातें अधूरी छोड़ दी और फिनाले टीवी इतिहास के सबसे खराब फिनाले में टॉप पे आ गया। फिलहाल पूरा विश्व मेकर्स को कोस रहा है और लोग सीजन 8 को दोबारा से लिखने और बनाने की गुहार लगा रहे हैं। मुझे भी ये फिनाले काफी अजीब सा लगा, इसका पूरा ब्लेम ख़राब और कनविनिएंट राइटिंग को जाता है। शॉक वैल्यू के लिए जाना जानेवाला ये शो ऑडिएंस को एक अझेल शॉक देकर गुज़र गया। जल्दबाजी बुरी बात है, यही साबित हुआ
लार्ड वारिस की ये लाइन इस फिनाले पे फिट बैठती है
'Any fool with a bit of luck can find himself born into power. But earning it for yourself, that takes work.'
2. बिग बैंग थ्योरी
2007 में जब बिग बैंग थ्योरी आया था, तब मैं 'हाऊ आई मेट योर मदर', का बड़ा फैन था। दो सीज़न निकल गए और मैंने इस शो को नज़रंदाज़ कर दिया, 2009 में उस वक़्त की मेरी कलीग अजिता ने मुझे एक दिन आकर एक अजीब बात कही, कि जिस तरह का फिल्मी 'नर्ड' मैं हूँ, अगर मुझे विज्ञान में ज़रा भी इंटरेस्ट है तो मुझे ये शो देखना चाहिए। मैंने ये अतरंगी शो देखना शुरू किया, ये किरदार अजीब थे, और मेरे जीवन मे इतने नार्डि किरदार मैने न तो रियल लाइफ में देखे थे न ही किसी शो में। अजिता को मैं थैंक करता हूँ कि उसने मुझे ये शो रिकमेंड किया, अगर आपने ये नहीं देखा है तो मैं आपको ये शो रेकमेंड करता हूँ।
प्लाट : केलटेक में चार नर्ड दोस्त शेल्डन, हारवर्ड, राज, लेनार्ड और उनकी झंड लाइफ की कहानी, जो धीरे धीरे अंत तक आके नार्मल इंसान बन जाते हैं।

क्यों था खास ये शो :
कुछ लोग अज्ञानी होते हैं, कुछ ज्ञानी, कुछ महाज्ञानी, और उससे भी अलग कुछ लोग शेल्डन जैसे। बाई गॉड, इतना अजीब और अजीब करैक्टर आपको किसी शो में देखने को नहीं मिलेगा, इसके दोस्त इसे झेलते हैं क्योंकि शेल्डन इन सब मे सबसे ज़्यादा ज्ञानी है, 9 साल में हाईस्कूल में पहुंचे शेल्डन को अपने ज्ञान पे गुमान ऐसा की पूछो मत। ये किरदार इतना अतरंगा था, कि किरदार प्ले करने वाले जिम ने शो क्रियेटर चक लोरी ने यंग शेल्डन नाम से एक पूरा का पूरा शो क्रिएट कर दिया, जो इतना पॉपुलर नहीं हुआ, कारण ये ही था शायद कि किरदार चाहे कितना भी स्ट्रांग हो एक बढ़िया शो के लिये सहायक किरदार ज़रूरी हैं और बिग बैंग थ्योरी के सहायक किरदार भी इसकी यू एस पी थे, खासकर खूबसूरत स्ट्रीटस्मार्ट फेल्ड एक्ट्रेस के किरदार में पेनी और शेल्डन की नर्ड वाइफ एमी। स्टीवन हाकिंग से लेकर स्टेन ली तक इस शो के किसी न किसी एपिसोड में फीचर जार चुके हैं। पिछले बरस जब इस शो का लास्ट सीज़न अनोउन्स हुआ था तो फैंस के दिल टूट गया था।
क्या क्या हुआ इस फाइनल सीजन में-
एमी और शेल्डन की नई शादीशुदा जीवन से शुरू करके एक एक करके इन्होंने किरदारों की ज़िंदगी का रायता समेटना शुरू किया, जहां एक ओर इस सीजन के अंत मे एमी और शेल्डन को सुपर एसिमिट्री के लिए नोबेल प्राइज मिला, वहीं बाकी सबको भी लगभग वो सब मिल गया जो वो डिज़र्व करते थे।

कैसा था फिनाले :
सिटकॉम फ्रेंड्स के बाद अगर कोई फिनाले इतना इमोशनल और खुश करके गया तो वो बिग बैंग थ्योरी का ही था। शेल्डन की नोबेल एक्सेप्टेंस स्पीच बहुत ही मूविंग और क्यूट थी, भारी मन से इस शो को मैंने विदा किया, मैं बहुत ही खुश था कि फाइनल एपिसोड्स जिस तरह से रोल आउट हुए, इससे बेहतर नहीं हो सकते थे। लास्ट एपिसोड इनकी जरनी को बखूबी बयान करता है।
वर्डिक्ट :
शानदार

Posted By: Molly Seth