बंद हो चुके हैं नालों के गेट, बारिश हुई तो शहर में मचेगा कोहराम

नालों के जरिये अब शहर में घुस रहा पानी पैदा कर रहा परेशानी

ALLAHABAD: पिछले साल जहां पूरा शहर पानी के लिए तरस रहा था, वहीं इस बार पूरा शहर पानी-पानी हो गया है। हालात यह हैं कि अब अगर झमाझम बारिश हुई तो शहर के दर्जनों इलाकों को पानी में डूबने से कोई नहीं बचा सकता है। क्योंकि एसटीपी के साथ ही पंपों के गेट को बंद किया जा चुका है। गंगा-यमुना का पानी नालों के जरिये मोहल्लों में पहुंच रहा है। खतरे को देखते हुए नगर आयुक्त ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को 24 घंटे एलर्ट रहने और पम्पिंग स्टेशनों को चालू रखने का आदेश दिया है।

पूरा शहर होगा प्रभावित

अभी तक अल्लापुर, जार्जटाउन, टैगोर टाउन पर ही जलजमाव का खतरा मंडराता था। शहर परेशान होता था। कछारी इलाके में लोग प्रभावित हैं। अगर बारिश हुई तो पूरा शहर प्रभावित होगा। क्योंकि गंगा-यमुना की बाढ़ अब नए इलाकों में प्रवेश कर रही है। जिन इलाकों में बांध बनाए गए हैं, वहां भी पानी घुस गया है। इन इलाकों के नाले बाढ़ का कारण बन रहे हैं। नदी का पानी नालों के सहारे मुहल्लों व गांवों तक पहुंचने लगा है।

जलनिकासी का साधन नहीं

गंगा-यमुना के खतरे के निशान से उपर बहनेसे नदियां व नाले एक हो गए हैं। ममफोर्डगंज गेट, चाचर नाला, मोरी गेट का नाला बंद हो चुका है। पूरे शहर पर जलभराव का संकट मंडरा रहा है। क्योंकि नगर निगम के पास जलनिकासी का साधन नहीं है। अल्लापुर, दारागंज, ममफोर्डगंज, मोरी गेट पर जो पम्प लगे हैं, वो पुराने हैं। जिनकी क्षमता कम है। पानी स्टोर करने की जगह नहीं रह गई है। तालाबों व खाली स्थानों पर कब्जा हो चुका है। ममफोर्डगंज गेट लीकेज है, जहां पर बोरी लगाकर पानी को रोका गया है। तेज बारिश हुई तो ममफोर्डगंज बुरी तरह से प्रभावित होगा।

नगर आयुक्त ने खड़े किए हाथ

अब बरसात होती है तो फिर नगर निगम भी शहर को जलजमाव से नहीं बचा पाएगा। रविवार को जब नगर आयुक्त शेषमणि पांडेय से पूछा गया तो उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। कहा कि ऐसी स्थिति में सभी को मिल कर आपात स्थिति का सामना करना होगा। क्योंकि जिस तरह से जलनिकासी का रास्ता बंद हो चुका है, उस स्थिति में शहर को जलजमाव से मुक्त करा पाना असंभव होगा।

खतरे को देखते हुए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को एलर्ट कर दिया गया है। स्लूज गेटों को बंद करने के साथ ही पम्पिंग स्टेशनों को लगातार चलाया जा रहा है। प्रति दिन करीब तीन से चार हजार लीटर डीजल की खपत हो रही है। सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

शेषमणि पांडेय

नगर आयुक्त

नगर निगम इलाहाबाद

Posted By: Inextlive