ई-वे बिल जेनरेट कर ही अन्य राज्यों को भेजें माल, कैट की कार्यशाला में व्यापारियों को सुझाव

ALLAHABAD: एक अप्रैल से पूरे देश में सेंट्रल ई-वे बिल लागू होने के बाद व्यापारियों की समस्याओं के समाधान करने के लिए कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स की ओर से कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें ज्वाइंट कमिश्नर एसआईबी एसपी अग्रवाल, डिप्टी कमिश्नर एसआईबी डीके सिंह, ई-वे बिल नोडल अधिकारी सत्य प्रकाश उमराव, सचल दल प्रभारी ऋषि रस्तोगी, विकास त्रिपाठी व बकुलेश तिवारी ने व्यापारियों के सवालों का जवाब दिया।

कई जगह का सामान तो दिक्कत नहीं

इलाहाबाद जोन के ई-वे बिल नोडल अधिकारी सत्य प्रकाश उमराव ने कहा कि अब बाहर से 50 हजार रुपये से अधिक के सामान की खरीद पर ई-वे बिल अनिवार्य है। यदि कोई व्यापारी छह स्थानों से 10-10 हजार रुपये का माल मंगवाता है और उसका माल एक ही ट्रक में आ जाता है तो ई-वे बिल की जरूरत नहीं होगी। लेकिन टैक्स चोरी करने पर व्यापारी को टैक्स देना पड़ेगा। डिप्टी कमिश्नर विशेष जांच दल डीके सिंह ने कहा कि ई-वे बिल पर रजिस्ट्रेशन बहुत ही आसान है। व्यापारी सेंट्रल ई-वे बिल पोर्टल पर जैसे ही अपना जीएसटीएन नंबर इंटर करेंगे, बिजनेस से संबंधित डिटेल सामने आ जाएगी। इसके बाद प्रक्रिया पूरी कर रजिस्ट्रेशन कम्प्लीट हो जाएगा।

हम नहीं चाहते कोई हो परेशान

सचल दल प्रभारी ऋषि रस्तोगी व विकास त्रिपाठी ने ई-वे बिल पार्ट-1 कब निकालना है। पार्ट-2 कब निकालना है। इसके बारे में जानकारी दी। ज्वाइंट कमिश्नर एसआइबी अग्रवाल ने कहा कि विभाग चाहता है कि किसी भी व्यापारी को कोई परेशानी न हो। सभा की अध्यक्षता कैट के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल ने की। संचालन अजय अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर विभु अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, संदीप केसरवानी, अशोक ब्रिटानिया, तरंग अग्रवाल, आशुतोष गोयल, विनय साहू, पुनीत अग्रवाल, संजीव मिश्रा, अंशुल अग्रवाल, राजीव अग्रवाल, विमल केसरवानी, तरुन सांवला, नरेंद्र अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive