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फीसदी गर्भवती महिलाओं की हर साल हो जाती है खून की कमी से मौत

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एएनएम को हीमोग्लोबिन मीटर नि:शुल्क उपलब्ध कराया गया है

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से कम हीमोग्लोबिन होने पर बढ़ जाता है एनीमिक होने का खतरा

एएनएम को दिए गए हीमोग्लोबिन मीटर, तत्काल बताएगा शरीर में खून की मात्रा

गर्भवती महिलाओं की सुविधा के लिए सरकार ने उठाया कदम

ALLAHABAD: गर्भावस्था के दौरान हीमोग्लोबिन (खून का स्तर) की जांच के लिए बार-बार महिला का खून नही निकालना पड़ेगा। फटाफट बॉडी में उनका ब्लड काउंट सामने आ जाएगा। परेशानी से निजात दिलाने के लिए नेशनल हेल्थ मिशन ने एएनएम को हीमोग्लोबिन मीटर वितरित कर दिया है। इससे खून का स्तर पता कर महिलाओं को बीमारी से निजात दिलाई जाएगी।

एएनएम को बांटा गया मीटर

पहले गर्भ का पता चलने के बाद से होने वाले स्वास्थ्य परीक्षण में स्वास्थ्य कर्मी सुई से गर्भवती का खून निकालकर पैथालॉजी में इसकी जांच करते थे लेकिन, गांव में बीएचएनडी होने पर लैब के अभाव में गर्भवती के हीमोग्लोबिन की जांच नहीं हो पाती थी। इसमें सुधार के लिए एनएचएम ने जिले की 666 एएनएम को हीमोग्लोबिन मीटर निशुल्क उपलब्ध कराया है। जिससे बीएचएनडी पर गर्भवती के खून में हीमोग्लोबिन का स्तर मापा जा सके।

तो मृत्यु से बच जाएंगी माताएं

अधिकारी बताते हैं कि 19 फीसदी गर्भवती महिलाओं की मौत खून की कमी से हो जाती है। कई बार सुविधाओं के अभाव में उनका ब्लड टेस्ट नही हो पाता था। हीमोग्लोबिन मीटर की उपलब्धता हो जाने के कारण सभी महिलाओं का ऑन स्पाट खून की स्तर जांच लिया जाएगा। बता दें कि गर्भावस्था के समय महिलाओं का हीमोग्लोबिन 11 से कम हो जाने पर उनका एनीमिक होने का खतरा बढ़ जाता है और इलाज में लापरवाही से उनकी मौत हो भी हो सकती है।

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अब नहीं लगेंगे 24 घंटे

हीमोग्लोबिन मीटर बांटे जाने से अब एएनएम को एनीमिक महिलाओं की रिपोर्ट तैयार करने में समय नही लगेगा। अभी तक पैथोलॉजी से आने वाली जांच रिपोर्ट और उसके कलेक्शन में काफी समय बीत जाता था। लेकिन, मीटर आने के बाद 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट तैयार शासन को भेज दी जाएगी। जिसके आधार पर एनीमिक महिलाओं का फटाफट इलाज भी शुरू हो जाएगा।

जिले की सभी एएनएम को हीमोग्लोबिन मीटर बांट दिया गया है। इससे होने वाली जांच भी नि:शुल्क होगी। निडिल के जरिए तुरंत हीमोग्लोबिन का स्तर पता लगा लिया जाएगा।

वीके सिंह,

डीपीएम, एनएचएम

Posted By: Inextlive