देर रात तक बसों के इंतजार में जूझते रहे यात्री

अब 22 मार्च को वापसी की तैयारी में जुटा रोडवेज

Meerut. होली पर रोडवेज बसों की कमी के चलते शहर के भैंसाली और सोहराबगेट दोनो डिपो पर बसों का टोटा रहा और यात्री बसों का राह तकते दिखे. देर शाम तक यात्री अपने घर जाने के लिए बसों का इंतजार करते रहे, लेकिन देर रात तक भी बसों का सफर सुगम न हो सका. वही अब रोडवेज होली के बाद लोगों की वापसी के लिए 22 मार्च को व्यवस्थाएं बनाने के खोखले दावे कर रहा है.

पूर्वाचल पहुंची बसें

दरअसल होली पर दिल्ली से पूर्वाचल के जिलों में संचालन के लिए मेरठ रीजन की करीब 200 बसों को पूर्वाचल के जिलों में भेजा चुका हैं. ऐसे में लंबी दूरी की बसें तो दूर, लोकल रुट पर बसें गायब हो चुकी हैं. गुरुवार को होली है ऐसे में बुधवार को हजारों की संख्या में रोडवेज बसों के यात्री अपने घर पहुंचने के लिए सुबह से ही बस डिपो पर पहुंचना शुरु हो गए, लेकिन दोपहर बाद तक भी बसों की कमी बनी रही.

लोकल रुट पर नहीं मिली बसें

मेरठ से लोकल रूट पर सबसे अधिक यात्रियों का लोड रहता है ऐसे में मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, देवबंद, मथुरा, मुरादाबाद, बुलंदशहर जाने के लिए बसों की बुधवार को कमी रही. यात्रियों की सुविधा के लिए रोडवेज ने दावा किया था कि अतिरिक्त बसों की व्यवस्था रहेगी, लेकिन अपनी बसें ही उपलब्ध नही हो सकी. ऐसे में यात्री बसों में सीट पाने के लिए दौड़ भागते हुए नजर आए. वहीं दोपहर के समय डिपो बसों की कमी के कारण खाली दिखा.

22 मार्च को भी रहेगी किल्लत

हालांकि रोडवेज ने दावा किया है कि होली के लिए बसों की कमी नहीं रही और यही व्यवस्था 22 से 24 मार्च को रहेगी. सभी रूटों पर बसें उपलब्ध रहेगी लेकिन हकीकत में 22 से 24 मार्च को यात्रियो की वापसी में इससे भी बदत्तर हालत हो सकती है.

अधिकतर सभी रूटों पर अतिरिक्त फेरे लगाकर बसों की उपलब्धता कराई जा रही है लेकिन यात्री अधिक होते हैं तो दिक्कत हो ही जाती है.

नीरज सक्सेना, आरएम

Posted By: Lekhchand Singh