गत वर्ष में छेड़खानी के 3990 कंप्लेन दर्ज हुई थी। मौजूदा समय में ये कंप्लेन 12850 तक पहुंच चुकी है। अभी वर्ष पूरा होने में 02 महीने शेष हैं। इसमें फेसबुक पर 44 फीसदी छेड़खानी व्हाटसएप पर 38 फीसदी छेड़खानी ट्विटर पर ०3 फीसदी छेड़खानी ०3 फीसदी गूगल यूट्यूब पर तो 12 फीसद अन्य सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्मों पर छेड़खानी हो रही है।


agra@inext.co.inAGRA : समय बदला तो छेड़छाड़ का तरीका भी बदल गया। सोशल मीडिया पर महिलाओं और युवतियों से छेड़छाड़ हो रही है। इस बात की तस्दीक वूमन पॉवर हेल्प लाइन के आंकड़े बयां कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर पर छेड़छाड़ पहले पायदान पर घरेलू महिलाएं और दूसरे पर कॉलेज गोइंग गर्ल्स और युवतियां हैं। गत वर्ष सोशल मीडिया पर छेड़छाड़ की 3990 कंप्लेन दर्ज की गई। मौजूदा वर्ष में अक्टूबर तक 12850 सोशल मीडिया पर छेड़खानी की कंप्लेन प्राप्त हुई हैं। किस वर्ग में कितनी छेड़खानी आयुवर्ग की बात करें तो 20 से 25 वर्ष के आयुवर्ग की युवतियों के साथ 31 फीसदी, 25-30 आयुवर्ग की युवतियों के साथ 18 फीसदी, 15-20 आयु वर्ग में 21 फीसदी, 40-50 आयु वर्ग की महिलाओं के साथ छह फीसदी छेड़खानी होती है। सोशल मीडिया पर बढ़ रहा छेड़खानी का ग्राफ


सोशल मीडिया पर छेड़खानी का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि 1090 हेल्पलाइन पर दर्ज छेड़खानी के आंकड़े इस तथ्य की पुष्टि करते नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा घरेलू महिलाएं छेड़छाड़ का शिकार53 फीसद घरेलू महिलाएं33 फीसद स्कूल कॉलेज गोइंग गर्ल्स12 फीसद कामकाजी महिलाएं2 फीसद अज्ञात खास बात

221943 कुल शिकायत वर्ष 2017 में 229282 कुल शिकायत वर्ष 2018 में

सोशल मीडिया एडिक्शन से आपको बचाने के लिए इंस्टाग्राम लेकर आया 'योर एक्टीविटी' फीचर

Posted By: Mukul Kumar