पिछले एक हफ्ते से पूरे देश में सिर्फ एक ही शब्द खबरों का हिस्सा बना हुआ है और वो है अगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर्स. 12 हेलीकॉप्टर्स की डील में हुए रिश्‍वत कांड ने इसे सुर्खियों में ला दिया है. आखिर ऐसी कौन सी खास बात है इस हेलीकॉप्टर में जो इंडियन गवर्नमेंट इसे वीवीआईपीज सर्विसेज के लिए खरीदना चाहती थी.


1987 में पहली उड़ान भरने के बाद 1999 में इसका कॉमर्शियल यूज शुरू हो गया. आज यह हेलीकॉप्टर ब्रिटिश, डैनिश, जापानी और इटैलियन फोर्सेज के दिल की धड़कन है. करीब 21 मिलियन डॉलर (करीब एक अरब 15 करोड़ रुपए) की कीमत वाला यह हेलीकॉप्टर कई मायनों में खास है. It's for everythingअगस्टा को डेवलप करते समय अलग-अलग तरह के यूसेज को ध्यान में रखा गया था. यह हेलीकॉप्टर जहां जंग के मैदान पर दुश्मनों के छक्के छुड़ा सकता है तो वहीं टूरिज्म बिजनेस के लिए भी काफी फायदेमंद है. अगस्टा को जानने वाले एक्सपट्र्स कहते हैं कि उन्होंने आजतक ऐसा एयरक्राफ्ट नहीं देखा है. एक ऐसा एयरक्राफ्ट जो मिलिट्री सर्विसेज की तो जान है ही साथ में लाइफस्टाइल में भी चार चांद लगा देता है. पेश है इस हेलीकॉप्टर से जुड़ी कुछ खास बातें. Few other facts


अगस्टा-वेस्टलैंड ने इस हेलीकॉप्टर का एक वैरिएंट एडब्ल्यू 101 सिर्फ इसी मकसद से तैयार किया है कि दुनिया केवीवीआईपीज के लिए इसकी सर्विसेज को यूज किया जा सके. 2009 तक के आंकड़ें बताते हैं कि इस हेलीकॉप्टर की टोटल प्रॉक्योरमेंट का 15 परसेंट हिस्सा इसी वैरिएंट का बिका था.

एडब्ल्यू 101 अब तक 6 बार हादसों का शिकार हो चुका है. 15 नवंबर 2007 को एक अजीब हादसा पेश आया जब पुर्तगाल में इस हेलीकॉप्टर ने पांच लोगों को घायल कर दिया. पायलट के कंट्रोल करने से पहले ही यह अपने आप एक मीटर तक हवा में उठ गया. पुर्तगाल की एयर फोर्स ने कहा कि इस तरह की घटना पहले कभी नहीं देखी गई.  Great seating capacity किसी भी हेलीकॉप्टर को एक्सपट्र्स उसकी स्पीड से मेजर करते हैं. एक्सपट्र्स के मुताबिक 1 नॉट  यानी 1.15 मील ऑवर की स्पीड पर कोई भी हेलीकॉप्टर सिक्योरली फ्लाई कर सकता है. अगस्टा की स्पीड 151 नॉट्स या टॉप स्पीड 192 मील पर ऑवर है. वहीं इस हेलीकॉप्टर में 30 पैसेंजर्स को आसानी से कैरी किया सकता है. अगस्टा एक टैंक फ्यूल के साथ 954 नॉटिकल माइल यानी 1097.84 मील यानी 1766.8 किमी तक फ्लाई कर सकता है.Can fly in any situation

इस हेलीकॉप्टर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह एक्स्ट्रीम वेदर कंडीशंस में भी आसानी से फ्लाई कर सकता है. इस हेलीकॉप्टर को डी-आईसिंग सिस्टम से लैस किया गया है. इस सिस्टम की वजह से अगस्टा 45 डिग्री टेंप्रेचर से लेकर प्लस 50 डिग्री टेंप्रेचर में भी आसानी से फ्लाई कर सकता है. हेलीकॉप्टर का थ्री इंजन वाला सोफिस्टेकेटेड कंट्रोल सिस्टम 75 किमी की स्पीड से चलने वाली हवाओं के बीच भी इसे स्टेबल रखता है. Refueling in mid airइसमें हवा में ही रि-फ्यूलिंग की फैसिलिटी है. इसमें इंफ्रारेड जैमर, लेजर डिटेक्शन और वॉर्निंग सिस्टम हैं जो इसे बेहद सिक्योर बनाते हैं. इसके मेन केबिन में पांच ऐसी जगहें हैं जहां मशीनगन रखी जा सकती हैं, जिससे खतरनाक सिचुएशन में दुश्मन पर हमला किया जा सकता है.  Fitted with self-defence    अगस्टा के ज्यादातर वैरियंट्स शैफ और फ्लेयर डिस्पेंसर्स से लैस हैं. इसके अलावा इस हेलीकॉप्टर में इलेक्ट्रॉनिक सपोर्ट मेजर्स,  एक लेजर डिटेक्शन सिस्टम और एक वॉर्निंग सिस्टम भी है. बेहद एडवांस ऑटो पायलट और दो सिस्टम कंप्यूटर इस हेलीकॉप्टर के ऐसे सिस्टम हैं कि फ्लाइंग के समय पायलट के सिर पर काम का बोझ और फ्लाइंग का स्ट्रेस पूरी तरह से खत्म हो जाता है. ऐसे में उसका ध्यान नहीं भटकता और क्रैश की पॉसिबिलिटी भी पूरी तरह से खत्म हो जाती है.

Posted By: Garima Shukla