Meerut : मेरठ जिला ही नहीं आसपास के जिलों में मेरठ की नवीन मंडी सबसे बड़ी है। यहीं से मेरठ को आपूर्ति होती है, बाकी जिलों का भी इसी मंडी से दालों की सप्लाई की जाती है। ऐसे में दालों की डिमांड और सप्लाई का गणित काफी बड़ा है। क्योंकि हर दाल की अपनी अलग डिमांड और सप्लाई होती है। वहीं मेरठ या वेस्ट यूपी में पिछले दस सालों से दालों की खेती पूरी तरह से बंद है। इससे भी काफी असर पड़ा। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर क्या दालों की डिमांड और सप्लाई का गणित

डिमांड और सप्लाई का गणित

अगर बात मेरठ में दालों की डिमांड और सप्लाई की करें तो मौजूदा समय में मेरठ की नवीन मंडी में दालों की सप्लाई महीने में 8ब् हजार क्विंटल हो रही है। जिसमें सबसे अधिक दाल ब्0 हजार क्विंटल चने की दाल की है। आपको बता दें कि चले की दाल से बेसन भी तैयार किया जाता है तो अधिकतर चना इसी में खप जाता है। उसके बाद बाकी दालों की सप्लाई ब्ब् हजार क्विंटल प्रति माह है। जिनमें सबसे अधिक मटर की दाल क्8भ्00 क्विंटल प्रति माह है। इससे भी बेसन तैयार किया जाता है। फिर बारी आती है मसूर की दाल की। मसूर दाल की सप्लाई क्क्भ्00 क्विंटल, उड़द भ्900 क्विंटल, अरहर क्ब्00 क्विंटल, मूंग क्क्भ्0 क्विंटल आदि दालों की सप्लाई होती है। वहीं डिमांड की बात करें तो मेरठ जिले की फ्भ् लाख की आबादी है। अगर इसमें फ्0 लाख की आबादी को दालों का कंज्यूमर मानें तो डिमांड करीब फ्भ्,000 से ब्0,000 क्विंटल है। आपको बता दें कि मेरठ से दालों का निर्यात आसपास के जिलों में भी किया जाता है जिसमें बिजनौर, बागपत, नजीबाबाद, मुजफ्फर नगर, आदि जिले शामिल हैं। इन जिलों की डिमांड भी मेरठ की मंडी ही पूरी करता है।

मेरठ की दस मिलों में होता है दालों का प्रोडक्शन

भले ही मेरठ और वेस्ट यूपी में दालों की पैदावार न होती हो लेकिन दालों की प्रोसेसिंग का काम मेरठ की दस छोटी-बड़ी मिलों में पूरे जोशोखरोश के साथ होता है। औसत के अनुसार महीने में एक मिल में भ्00 से क्भ्00 क्विंटल दाल का प्रोडक्शन हो रहा है। अगर बात प्रोडक्शन कॉस्ट की करें तो 700 से क्भ्00 प्रति क्विंटल आती है। श्री एग्रो फूड एंड इंडस्ट्री के मालिक की मानें अनिल कुमार की मानें तो हर दाल को प्रोसेस करने में डिफ्रेंट खर्चा आता है। इसलिए हर दाल की प्रोडक्शन बता पाना काफी मुश्किल है। उन्होंने आगे कहा कि हर दाल का अपना अलग गणित होने की वजह से अनुमान ही लगाया जा सकता है। साथ मिल मालिक की कितना रॉ मैटिरियल ले रहा है? उसकी कितनी क्षमता है? उस पर भी काफी डिपेंड करता है।

एक साल पहले ही बंद हुई है छूट

करीब चार साल पहले दालों की कीमतों ने आसमान छुए थे तो मेरठ के तत्कालिक कमिश्नर भुवनेश कुमार ने आम उपभोक्ताओं को मंडी में ही विशेष छूट देने के निर्देश दिए थे। मेरठ का कोई भी आदमी थोक रेट पर फुटकर दाल खरीद सकता था। उस समय काफी लोगों ने इस विशेष छूट का फायदा उठाया। उसके बाद लोगों का आना धीरे-धीरे कम हो गया। मंडी पर्यवेक्षक विरेंद्र सिंह की मानें तो छूट शुरू होने के साल भर बाद सिर्फ फुटकर विक्रेता आते और दाल लेकर चले जाते और अपनी दुकानों पर मनमाने कीमतों पर दाल बेच देते। ऐसे में वर्ष ख्0क्ब् में इस छूट को समाप्त कर दिया गया।

वेस्ट यूपी में भी होती दालों की खेती

जानकारों की मानें तो पांच से दस पहले तक मेरठ सहित पूरे वेस्ट यूपी में दालों की खूब खेती होती थी। यहां उड़द और अरहर की दालों की खूब बुआई होती थी। लेकिन नील गाय द्वारा खेती को खराब करने और दालों से कम मुनाफा होने के कारण दालों की खेती पूरी तरह से बंद करनी पड़ी। उसके बाद मेरठ और वेस्ट यूपी के किसानों ने गन्ना और गेहूं पर अपना कंसनट्रेशन देना शुरू कर दिया। जानकारों के अनुसार पहले भ्00 से क्000 क्विंटल मेरठ की दालें मंडी में आती हैं। दालों से जुड़े कारोबारियों की मानें तो अगर मेरठ में दालों का उत्पादन दोबारा से शुरू हो जाए तो मेरठ में दालों की कीमतें काफी हो जाए। लेकिन किसानों को इस पर काफी अवेयर करने की जरुरत होगी।

फैक्ट एंड फिगर

- मेरठ दालों की हर महीने कुल सप्लाई 8ब्,000 क्विंटल।

- चना को छोड़ बाकी दालों की कुल सप्लाई ब्ब्,000 क्विंटल।

- मेरठ में दालों की डिमांड फ्भ्,000 से ब्0,000 क्विंटल।

- मेरठ में दाल मिलों की संख्या क्0.

- एक मिल में औसतन हर महीने दालों का प्रोडक्शन भ्00 से क्000 क्विंटल।

- एक मिल में औसतन हर महीने दालों का प्रोडक्शन 700 से क्भ्00 रुपए प्रति क्विंटल।

इन दालों की इतनी होती है सप्लाई

दाल सप्लाई (क्विंटल प्रति माह)

चना ब्0,000

मटर क्8,ब्म्ख्

मसूर क्क्,भ्7ख्

उड़द भ्,8ब्ब्

अरहर क्,ब्00

मूंग क्,क्फ्म्

लोबिया ख्77

वर्जन

हमारी मंडी करीब 8ब् हजार क्विंटल दालों की सप्लाई होती है। हर दाल की अलग सप्लाई है। दालों की कोई कमी नहीं है। अगर किसी भी दाल की डिमांड होती है तो उसे दिल्ली की मंडियों से मंगा लिया जाता है। इसलिए कोई ज्यादा मारामारी नहीं है।

- विरेंद्र सिंह, मंडी पर्यवेक्षक, नवीन मंडी

मेरठ में छोटी बड़ी मिलाकर दस मिले हैं। हर मिल की अपनी अलग क्षमता और प्रोडक्शन कॉस्ट होता है। अगर मैं अपने यहां की बात करूं तो हर महीने दाल का प्रोडक्शन भ्000 क्विंटल और प्रोडक्शन कॉस्ट क्भ्00 रुपए प्रति क्विंटल है।

- अनिल कुमार, ऑनर, श्री एग्रो फूड एंड इंडस्ट्री

Posted By: Inextlive