इस खामोशी की वजह सिर्फ छुट्टी नहीं
हर गतिविधि पर खुफिया नजर, पुलिस-प्रशासन के आला अफसर सड़क पर
बाजार में कम दिखी चहलपहल, गलियां में सड़कें रहीं सूनी Meerut। शनिवार को शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा, लेकिन सड़कों की इस खामोशी का मजमून सिर्फ आंबेडकर जयंती की छुट्टी नहीं थी। दोपहर में खाली पड़ी सड़कें शहर की कहानी को बयां कर रही थीं। रडार पर रहे संवेदनशील क्षेत्रजनपद में डीएम अनिल ढींगरा और एसएसपी मंजिल सैनी के नेतृत्व में सुरक्षा व्यवस्था मुकम्मल की गई। शहर के संवेदनशील क्षेत्रों पर पुलिस की नजर रही तो वहीं शोभायात्राओं के दौरान आसपास की गतिविधियों पर तैनात प्रशासनिक अफसर नजर रखे रहे। ऐहतियातन एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीमों को शोभायात्रा मार्ग पर तैनात किया गया तो वहीं खुफिया एजेंसियों को अवांछनीय तत्वों पर नजर रखने के निर्देश थे। करीब 22 घंटे बाद रात्रि 8 बजे इंटरनेट सेवाओं को बहाल कर दिया गया।
सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटाआशंका और दहशत शहरवासियों की रोजमर्रा की जिंदगी पर भारी रही। शनिवार को शहर के ज्यादातर बाजार बंद थे तो वहीं दोपहर बाद तक स्थिति सामान्य हो गई। सड़कों पर भीड़भाड़ भी कम थी। शहर के विभिन्न हिस्सों में 7 शोभायात्राएं निकाली गई जिसमें सर्वाधिक संवेदनशील शोभयात्रा भैंसाली मैदान से रवाना हुई और देर रात्रि अंबेडकर चौक पहुंची।