-सामाजिक राजनैतिक संगठनों ने उठाई आवाज

-केंद्रीय विद्यालय की स्वीकृति पर दिया जा रहा जोर

VIKASNAGAR (JNN) : पछवादून सहित जौनसार बावर के केंद्रीय स्थल विकासनगर, हरबर्टपुर में केंद्रीय विद्यालय खोलने की मांग तेज होने लगी है। हजारों नौनिहालों के भविष्य को देखते हुए क्षेत्र के राजनैतिक, सामाजिक संगठनों ने केंद्र सरकार से केंद्रीय विद्यालय की स्वीकृति दिलाने की मांग की है।

जनसंख्या भी डेढ़ लाख के पार

पैंतालीस हजार ब्97 हैक्टेयर में फैली पछवादून तहसील की जनसंख्या पांच लाख से भी अधिक है, जबकि जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर की तीनों तहसीलों की जनसंख्या भी डेढ़ लाख के पार है। यहां पर कोई भी स्तरीय सरकारी शिक्षण संस्थान नहीं होने के चलते छात्रों को मजबूरन निजी शिक्षण संस्थानों में प्रवेश लेना पड़ता है। दूसरी ओर जौनसार बावर व पछवादून क्षेत्र सैनिक बाहुल्य क्षेत्र है, बावजूद इसके यहां कोई भी केंद्रीय विद्यालय नहीं है।

क्वालिटी शिक्षा से वंचित हैं बच्चे

हालांकि हरबर्टपुर में केंद्रीय तिब्बती विद्यालय नाम से एक केंद्रीय विद्यालय है, मगर इसमें सिर्फ तिब्बती समुदाय के बच्चों को प्रवेश की प्राथमिकता दी जाती है, जिससे यहां के हजारों नौनिहाल गुणवत्ता परक शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। पछवादून विकास मंच संयोजक अतुल शर्मा ने कहा कि क्षेत्र के हजारों लोग केंद्र सरकार की नौकरी के सिलसिले में देश के कई प्रांतों में रह रहे हैं, जिनके नौनिहालों को गृह क्षेत्र में शिक्षा ग्रहण करने के लिए केंद्रीय विद्यालय होना आवश्यक है।

स्मृति ईरानी को भेजा लेटर

जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ नेगी ने कहा जौनसार बावर सहित पछवादून में हजारों पूर्व सैनिक, अ‌र्द्ध सैनिक बलों के जवान रहते हैं, जिनके नौनिहालों के लिए केंद्रीय विद्यालय नहीं होने के चलते उन्हें राजधानी के स्कूलों सहित निजी शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश लेना पड़ता है। क्षेत्रीय जनता ने हजारों नौनिहालों की सुविधा को देखते हुए पछवादून, जौनसार बावर के केंद्रीय स्थल विकासनगर, हरबर्टपुर में केंद्रीय विद्यालय खोलने की मांग की है। जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष ने बताया कि इस आशय का ज्ञापन केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को भेजा गया है।

Posted By: Inextlive