- तेंदुए की खबर से चिनहट, ककरहा पुरवा, मलेशामऊ, गोमतीनगर विस्तार के लोग दहशत में

- इलाके में कई जगह मिले तेंदुए के पग मा‌र्क्स

- दो मवेशियों को बनाया शिकार

LUCKNOW:

न तो लोग मार्निग वॉक के लिए अकेले निकल रहे हैं, ना ही बोर्ड पेपर के लिए घर से अकेले जा रहे हैं। तेंदुए के खौफ के चलते इलाके में दुकानें भी शाम होते ही बंद होने लगीं। शाम सात बजे तक परिजनों के घर ना पहुंचने पर लोग अपनों को फोन करना शुरू कर देते हैं। दो किल मिलने के बाद ककरहा पुरवा ही नहीं बल्कि इससे सटे इलाके में भी तेंदुए की दहशत के चलते लोगों की लाइफ स्टाइल बदल गई है। सूरज ढलने के साथ ही लोग अपने घरों के अंदर पहुंच जाते हैं। यह कोई पहली बार नहीं है इससे पहले भी शहर के कई इलाकों में तेंदुआ दस्तक दे चुका है।

चला सर्च ऑपरेशन, नहीं दिखा तेंदुआ

कुछ दिनों पहले मलेसामऊ में तेंदुआ मिलने की सूचना को वन विभाग के अधिकारियों ने नकार दिया था, लेकिन शुक्रवार को तेंदुए का शिकार बने एक पड़वा और बछड़ा का शरीर मिलने के बाद लोग दहशत में हैं। इसके बाद आनन-फानन में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। तेंदुए की तलाश में कई जगह कॉम्बिंग की गई, लेकिन उसकी झलक भी नहीं मिली। हालांकि इलाके में कई जगह तेंदुए के पग मा‌र्क्स देखे गए हैं। वन विभाग ने भी अब इस पर मुहर लगा दी है। कॉम्बिंग के समय पुलिस के अधिकारी भी मौजूद रहे। क्षेत्र में मौजूद एक मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में तेंदुए की तस्वीर भी पाई गई है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार तीन टीमें बनाकर सर्च ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन अभी तक पुष्टि नहीं हो सकी है।

रात में सुनी जानवरों के चिल्लाने की आवाज

चिनहट में ककरहा पुरवा में परवेश यादव डेयरी चलाते हैं। वह घर के पास ही एक खाली प्लाट में जानवरों को बांध कर रखते हैं। उन्होंने बताया कि रोज की तरह ही वह प्लॉट पर अपने जानवरों को बांध कर चले गये। देर रात उसे जानवरों के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। तकरीबन रात ढाई बजे वह अपने भाई राजेश को लेकर प्लॉट पर पहुंचा। वहां पहुंचते ही उसके होश उड़ गए। एक बछड़ा और एक भैंस के बच्चे को किसी जंगली जानवर ने अपना निवाला बना लिया था। इन दोनों जानवरों के शरीर में सिर्फ हड्डियां और सिर ही बचा था।

पुलिस ने दी वन विभाग को सूचना

इसकी सूचना परवेश ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब मारे गए जानवरों को देखा तो वन विभाग को फोन किया, लेकिन रात में वन विभाग का कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा। सुबह के समय वन विभाग की टीम पहुंची भी तो खाली हाथ। मौके पर पहुंचे डीएफओ अवध रवि कुमार सिंह और सीएल गुप्ता ने किसी जंगली जानवर के होने की बात कही। फिर हमले के तरीके और डेयरी के अंदर मिले पग मा‌र्क्स से तेंदुआ होने की पुष्टि की।

पांच दिन पहले दिखा था तेंदुआ

पांच दिन पहले तेंदुए को गोमतीनगर के मलेसामऊ इलाके में देखा गया था। वहां के ईडब्लूएस कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरे में तेंदुए की हरकत कैद हुई थी। सीसीटीवी फुटेज देखने व सर्च ऑपरेशन चलाने के बाद वन विभाग ने उसके होने की पुष्टि उस समय नहीं की थी। तेंदुआ मलेसामऊ से चिनहट के ककरवा पुरवा में पहुंच गया। यह वह इलाका है जो गोमतीनदी के किनारे है और उसके आस-पास जंगल जैसा इलाका है।

छोटे जानवर और कुत्ता तेंदुए का आसान शिकार

वन विभाग के सीएल गुप्ता के अनुसार तेंदुए छोटे जानवरों को अपना शिकार बनाते हैं। शहर के करीब आने पर उनका आसान शिकार कुत्ते होते हैं। मलेसामऊ के पीछे गोमती नदी है और वहां थोड़ा बहुत जंगल भी मौजूद है जो उसके छिपने के लिए मुफीद साबित हो रहा है। रिहायशी इलाके में शिकार करने के बाद तेंदुआ उसी इलाके में लौट रहा है।

अब दिन में भी बंद रखे जा रहे गेट

ककरहा पुरवा में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। यहां पर कई मल्टीस्टोरीज मौजूद हैं। तेंदुए के आने से इनमें रहने वाले भी दहशत में हैं। अपार्टमेंट के जो गेट अब तक रात में बंद किए जाते थे अब वह दिन के समय भी बंद रहते हैं। सिक्योरिटी के लिए गार्ड को सतर्क रहने को कहा गया है।

किया जा रहा है जागरुक

वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार फिलहाल लोगों को जागरुक किया जा रहा है। उन्हे कहा गया है कि वह जब भी घर से बाहर निकलें तो ग्रुप बनाकर निकलें। अपने साथ लाठी डंडे लेकर निकलें। बच्चों को अकेले में बिल्कुल ना छोड़ें। तेंदुआ के आने पर शोर मचाकर सभी को सूचित करें।

दिन भर सर्च अभियान चला है, लेकिन अभी तक तेंदुए नहीं दिखे हैं पग मा‌र्क्स तो कई जगह देखे गए हैं। शनिवार को भी सुबह कॉम्बिंग की जाएगी। तीन टीमें बनाकर सर्च अभियान चलाया जा रहा है।

रवि कुमार सिंह

डीएफएओ अवध

जिस जगह पर तेंदुए ने मवेशी पर हमला किया, वह मेरे होटल के ठीक पीछे है। रोज रात 9 बजे होटल बंद करते थे, लेकिन अब शाम होने के बाद ही बंद कर देंगे।

- लाल बहादुर, होटल संचालक

सुबह घटना की जानकारी हुई। इलाके में छोटे बच्चे पूरा दिन बाहर खेलते रहते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर काफी डर बना हुआ है। वहीं वन विभाग की ओर से काम्बिंग की जा रही है, लेकिन अब तक जानवर का पता नहीं चल सका है।

-रमेश यादव, स्थानी निवासी

एरिया में दहशत का माहौल बन गया है। लोग रात व दिन में अकेले नहीं निकल रहे हैं। रात के समय घरों के बाहर आग जलाकर रखने के लिए कहा गया है। वहीं लोगों को ग्रुप बनाकर निकलने के लिए बोला गया है। जानवर को पकड़ने के लिए पुलिस व वन विभाग से मदद मांगी गई है।

-सुनील कुमार यादव, स्थानी निवासी

रात में अपने मवेशियों को प्लाट में बांध कर हम लोग चले गए थे। सुबह वापस आए तो देखा कि दो बछड़ों के शरीर को कोई जानवर खा चुका था। केवल उनकी खाल और हड्डी ही बची थी। इसकी सूचना चिनहट पुलिस को दी गई।

परवेश यादव, डेयरी संचालक

रातभर वन विभाग और पुलिस की टीम तेंदुए की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाती रही, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। तेंदुए के पग मा‌र्क्स मिले हैं, लेकिन वह कहां गया किसी को नहीं मालूम। तेंदुए को लेकर एरिया में दहशत है।

-बनवारी लाल, स्थानी निवासी

तेंदुए की आहट से पूरे इलाके में दहशत है। दो मवेशियों के मारे जाने की खबर के बाद से मैं ड्यूटी के दौरान अलर्ट रहता हूं। जिस प्लाट पर तेंदुए ने हमला किया उसी के ठीक सामने मैं नौकरी करता हूं। घटना से मैं भी काफी दहशत में हूं।

-मंशाराम, सिक्योरिटी गार्ड

Posted By: Inextlive