पीएम मोदी ने मुंबई आतंकी हमले की छठी बरसी पर एक ट्वीट करके 26 नवंबर को आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई करने और इसे खत्‍म करने के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि करने वाले दिन के रूप में मनाए जाने की बात कही. इस मौके पर पीएम मोदी ने इस हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजली दी.


26/11 हमले की छठी बरसीमुंबई आतंकी हमले की छठी बरसी पर पीएम मोदी ने एक ट्वीट के माध्यम से इस हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजली अर्पित की. इस मौके पर पीएम मोदी ले कहा कि आज का दिन आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने और मानवता के लिए खतरनाक चीज को पूरी तरह से समाप्त करने को लेकर प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का दिन है. पीएम मोदी ने कहा कि हम उन वीर जवानों और अधिकारियों को सलाम करते हैं जिन लोगों ने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए. वे ही हमारे असली हीरो हैं. हम उस दिन को याद करते हुए उन लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जो इस आतंकी हमले में मारे गए थे.जब हिल गई थी पूरी दुनिया


26 नवंबर 2008 की शाम जब 10 पाकिस्तानी आतंकियों ने मुंबई की भीड़ भरे इलाकों और होटल ताज पर हमला किया तो पूरी दुनिया इस हमले को देखकर सन्न रह गई. इस हमले में 164 निर्दोष लोग मारे गए और सैकड़ों अन्य लोग घायल भी हुए. गौरतलब है कि इस हमले ने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को अपने कई जवानों से हाथ धोना पड़ा. इस घटना के बाद ही पूरे विश्व में आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए माहौल बना. इस हमले की छठी बरसी पर मुंबई में पुलिस मेमोरियल पर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजली अर्पित की गई.पाकिस्तान है पूरी तरह जिम्मेदारइस आतंकी हमले में पाकिस्तानी आतंकियों के शामिल होने के पर्याप्त सुबूत होने के बावजूद पाकिस्तान ने इस मामले में अब तक कोई ठोस कदम नही उठाया है. इस हमले के लिए जिम्मेदार आतंकी आज भी पाकिस्तान में खुले घूम रहे हैं. इन आतंकियों में मुंबई हमले का मास्टर माइंड हाफिज सईद प्रमुख है. हालांकि पाकिस्तान की अदालत में इस हमले के जिम्मेदार आतंकियों के खिलाफ केस चल रहा है लेकिन मामला तनिक आगे भी नहीं बढ़ पाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मसले को सार्क सम्मेलन में उठाएंगे और पाकिस्तान से आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहेंगे.मुंबई ने खोए कई बहादुर जवान

इस हमले में मुंबई पुलिस ने कई बहादुर और जांबाज पुलिस अधिकारियों से हाथ धोना पड़ा था. इन पुलिस अधिकारियों में हेमंत करकरे, विजय सालस्कर और अशोक कॉम्टे जैसे टॉप कॉप शामिल थे. पुलिस और एनएसजी जवानों की जवाबी कार्रवाई में लश्कर के नौ आतंकी मारे गए थे. जबकि अजमल कसाब नाम का एक आतंकी जिंदा पकड़ा गया था जिसे नवंबर 2012 में फांसी दी गई.

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Posted By: Prabha Punj Mishra