प्रदेश सरकार ने जारी की गाइडलाइन, आर्थिक तंगी है तो किश्तों में फीस देने की छूट
- लेकिन फीस जमा नहीं करने बच्चे का नाम नहीं काट सकते हैं स्कूल
- ऑनलाइन क्लासेज भी नहीं रोक सकेंगे स्कूल्स lucknow@inext.co.in LUCKNOW: कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन के बाद से जारी स्कूल फीस पर असमंजस की स्थिति को राज्य सरकार ने शनिवार को दूर कर दिया। जारी गाइडलाइन के अनुसार अब सभी पेरेंट्स को फीस जमा करनी ही होगी, लेकिन जिन पेरेंट्स को लॉकडाउन के चलते आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, उनको फीस इंस्टॉलमेंट में जमा करने की छूट मिलेगी। इसके साथ ही फीस जमा न करने की स्थिति में न तो किसी स्टूडेंट्स का नाम स्कूल से काटा जा सकेगा और न ही उनकी ऑनलाइन क्लासेज पर रोक लगाई जा सकेगी। सेशन रेग्यूलर की तैयारी शुरूअपर मुख्य सचिव शिक्षा आराधना शुक्ला की ओर से जारी दिशा निर्देशों के अनुसार अनलॉक-2 में सेशन को रेग्युलर करने के लिए स्कूलों में प्रिंसिपल और टीचर्स को छह जुलाई से बुलाने की परमिशन प्रदान की है। इसके साथ ही लॉकडाउन की अवधि की ट्रांस्पोर्टेशन फीस नहीं पेरेंट्स से नहीं वसूली जा सकेगी। पहले जारी किए गए शासनादेश के अनुसार शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए फीस ना बढ़ाए जाने की बात दोहराई गई है।
कोरोना से बचाव के लिए गाइडलाइन- स्कूल कैंपस और फर्नीचर को डेली सेनेटाइज कराना होगा।
- स्कूल में आने पर सभी कर्मचारियों की थर्मल स्कैनिंग की जाए। - टेम्प्रेचर अधिक होने और कोरोना के लक्षण पर फौरन घर वापस भेजा जाए। - इसकी सूचना तत्काल सीएमओ को देनी होगी। कौन पेरेंट्स हैं सक्षम - जिनको लॉकडाउन में सैलरी मिल रही है - जो इंकम टैक्स का भुगतान कर रहे - जो पेरेंट्स गवर्नमेंट जॉब में हों - लॉकडाउन के दौरान भी जिनका बिजनेस रन किया हो बुक्स के लिए स्कूल्स में स्टॉल सरकार ने सभी बोर्ड के 12वीं तक के स्कूल्स में ऑनलाइन क्लासेज शुरू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। वहीं स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए स्कूल्स में बुक्स स्टॉल लगाने की परमिशन भी दी गई है। जिससे स्टूडेंट्स को बुक्स के लिए इधर उधर भटकना न पड़े। टाइम टेबल के हिसाब से पढ़ाई - जारी गाइडलाइन के अनुसार पढ़ाई की जानकारी देने के लिए अभिभावक संघ की बैठक जल्द बुलाई जाए। - स्कूल प्रबंधन के साथ ही प्रिंसिपल और टीचर्स को ऑनलाइन टीचिंग के लिए ट्रेन्ड किया जाए।- हर क्लास के लिए सब्जेक्ट के हिसाब से टाइम टेबल तैयार हो।
-15 जुलाई तक ऑनलाइन टीचिंग की व्यवस्था शुरू कर दी जाए। कोट जो पेरेंट्स सक्षम है, वे भी फीस नहीं जमा कर रहे हैं। ऐसे पेरेंट्स 14 जुलाई तक फीस नहीं जमा करेंगे तो उनके बच्चों को ऑनलाइन क्लास की सुविधा नहीं मिलेगी। जो फीस किश्तों में या किसी भी तरह से जमा करते हैं, उन्हें सभी सुविधाएं दी जा रही हैं। जिन्हें दिक्कत हैं वे आवेदन के साथ स्कूलों में संपर्क कर सकते हैं। - अनिल अग्रवाल अध्यक्ष, अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन