कट्टे में भरकर हर चौराहे और तिराहे पर उपद्रवियों ने रखे थे पत्थर

रात भर प्लानिंग में लगे रहे थे उपद्रवी, पुलिस को नहीं आई हवा

Meerut। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए बवाल की स्क्रिपट जुमे की नमाज से पूर्व गुरुवार की रात को ही लिख दी गई थी। रात को बकायदा सभी जगह कट्टों में भरकर पत्थर रख दिए गए थे। इसकी पुलिस को हवा तक नहीं लगी। अब खुफिया इनपुट मिलने के बाद यह जानकारी सामने आई है। इस बार जुमे की नमाज से पहले इस बात पर खास चौकसी रहेगी।

प्लानिंग से रखे थे पत्थर

हापुड़ रोड, भूमिया का पुल, खत्ता रोड, जामा मस्जिद के पास, अहमद नगर समेत कई इलाकों में पत्थर प्लानिंग के साथ कट्टों के अंदर भरकर रखे गए थे, ताकि किसी की निगाह न पड़े। नमाज के बाद भीड़ इन इलाकों में पहुंच गई और कट्टों से पत्थर निकालकर उपद्रवियों ने पथराव करना शुरू कर दिया। उपद्रव को लेकर जैसे-जैसे पुलिस की जांच पड़ताल चल रही है, वैसे-वैसे इस तरह की तमाम बातें सामने आ रही हैं। कुछ लोगों ने पूर्व नियोजित साजिश के तहत छतों पर भी पत्थर रख लिए थे। यही कारण है कि छतों से भी पुलिस पर पथराव किया गया। ड्रोन भी इन पत्थरों को देख नहीं पाया और न ही पुलिस और खुफिया तंत्र को इस बात की जानकारी मिली। यही कारण है कि कई घंटों तक सड़कों पर जमकर पथराव हुआ। बाद में फायरिंग भी की गई।

ड्रोन से होगी निगरानी

इस बार की जुमे की नमाज से पहले लिसाड़ी रोड, हापुड़ रोड, भूमिया पुल और खत्ता रोड समेत कई इलाकों में ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जाएगी, ताकि यह पता चल सके कि कहीं पत्थर तो नहीं रखे हुए है। इससे पहले ही पुलिस इन पर कार्रवाई कर देगी।

उपद्रवियों ने पत्थर एकत्र कर पथराव किया था। जानकारी मिली है कि रात में पत्थर इकट्ठे किए गए थे। इस बिंदु पर भी जांच की जा रही है।

डॉ। अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी

हथियार सप्लाई करने वालों पर होगा बवाल का मुकदमा

नागरिकता संशोधन बिल को लेकर हुए बवाल में लिसाड़ी गेट क्षेत्र में चल रही अवैध तमंचा फैक्ट्री पर अब पुलिस की नजर है। अवैध हथियार बेचने वाले और फैक्ट्री चलाने वालों को पुलिस ने चिह्नित कर लिया है, जिन्होंने उपद्रवियों के हाथों में हथियार पहुंचाए हैं। इनके खिलाफ भी मुकदमा कायम किया जाएगा। इनके खिलाफ भी पुलिस बवाल की धाराओं में मुकदमा कायम करने की तैयारी में है। पुलिस के सामने इनके नाम आए हैं। पुलिस दबिश देकर इन्हें बवाल के मामले में गिरफ्तार करेगी।

सप्लाई हुए थे हथियार

शहर को आग में धकेलने वाली इस घटना से पुलिस प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी थी। पुलिस प्रशासन इस बात को लेकर गंभीर है कि अवैध हथियार उपद्रवियों के हाथों तक पहुंचाने वाले कौन हैं। इसकी पड़ताल पुलिस ने की तो निकलकर सामने आया कि लिसाड़ी गेट की तमंचा फैक्ट्री से हथियार लिए गए थे। पुलिस को कुछ तमंचा फैक्ट्री मालिकों का इनपुट भी मिला है, लेकिन सभी तमंचा फैक्ट्री मालिक फरार हैं। इनके खिलाफ भी पुलिस बवाल की धाराओं में मुकदमा कायम करने की तैयारी में है।

कई लोग चिह्नित

इंस्पेक्टर लिसाड़ी गेट प्रशांत कपिल ने बताया कि उपद्रवियों ने अवैध हथियारों से फायरिंग पुलिस टीम पर की है। लिसाड़ी गेट में अवैध तमंचों का काम करने वाले चिह्नित किए जा रहे हैं। कुछ नाम प्रकाश में आए हैं। उनके खिलाफ भी बवाल का मुकदमा कायम किया जाएगा।

Posted By: Inextlive