PATNA : टॉपर्स घोटालों के बाद अपनी साख बचाने के लिए बिहार बोर्ड ने कई तरह के नए बदलाव किए हैं। इन बदलावों की वजह से बोर्ड की कार्यशैली पूरी तरह बदल गई। कंपार्टमेंटल एग्जाम से बोर्ड ने नए बदलावों को लागू भी कर दिया है। बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड ने नए बदलावों को किसी कंसल्टेंट एजेंसी से असेस करवाने की प्लानिंग की है। बोर्ड ने इससे संबंधिक टेंडर बुधवार को जारी किया, जिसमें कंपनीज से स्टडी के लिए आवेदन मंगाए गए हैं। कंपनीज को बोर्ड के नए बदलावों और उससे चाहे गए रिजल्ट का असेसमेंट कर अपनी स्टडी रिपोर्ट सौंपनी होगी। इस रिपोर्ट में उन्हें सुझाव और लुप होल्स भी दिखाने होंगे।

विवाद के बाद बदला सबकुछ

बोर्ड ने कुछ महीनों में अपनी पद्धति को पूरी तरह से बदल दिया है। इन बदलावों में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, बार कोड वाली अनसर शीट, ऑनलाइन इवैल्यूशन और रिजल्ट जारी करने की प्रक्रिया भी ऑनलाइन रखी गई है। सिस्टम को इतना सेक्योर बनाया गया है कि पहले बोर्ड से हुई गलतियां दोबारा नहीं हो सकती।

मैनेजमेंट और टेक्नोलॉजी

बोर्ड की नई व्यवस्था के तहत मैनेजमेंट, काम की प्रक्रिया, ऑर्गेनाइजेशनल स्ट्रक्चर पर स्टडी होगी।

वर्तमान में उपलब्ध आईटी सिस्टम, इंफ्रस्ट्रक्चर यानी कंप्यूटर, इंटरनेट स्पीड और एग्जामिनेशन सिस्टम को परखा जाएगा।

स्टडी में यह भी देखा जाएगा कि बोर्ड जिस तरह के परिणाम चाहता है, उसके लिए यह इंफ्रस्ट्रक्चर सुटेबल है कि नहीं।

कमियों को आइडेंटिफाई कर उसके समाधान के लिए रोडमैप बनाया जाएगा।

लूप होल्स नहीं छोड़ा

एग्जामिनेशन- इस लेवल पर अनसर शीट में बदलाव करते हुए बार कोडिंग वाली कॉपी इंट्रोड्यूस की गई है। कॉपी चेक होने के बाद उसे डीकोड कर रिजल्ट जारी किया जाएगा।

इवैल्यूशन- इस स्तर पर भी सबकुछ ऑनलाइन होने जा रहा है। कॉपी को बोर्ड ऑफिस में हाई स्पीड स्कैनर से क्लाउड बेस्ड सर्वर पर अपलोड किया जाएगा। प्रदेशभर के सेंटर पर इवैल्यूशन के दौरान स्क्रीन पर कॉपी देखकर इवैल्यूशन की जाएगी।

रिजल्ट- रिजल्ट को भी सेंट्रल सर्वर पर डीकोडिंग के बाद जारी किया जाएगा। अब मार्कशीट को क्ख् सेक्योरिटी फीचर के साथ बनाया गया है जिससे ड्यूपलिकेसी रुकेगी। हर स्टूडेंट्स के रिजल्ट की जानकारी ऑनलाइन उपल?ध रहेगी जो मार्कशीट वेरिफाई करने के काम आएगी।

Posted By: Inextlive