- मोहिबुल्लापुर आरक्षण केंद्र पर तैनात आरक्षण लिपिक की मुम्बई के दलालों से थी सांठगांठ

LUCKNOW:

रेलवे कर्मचारी ही रेलवे को चूना लगाने में जुटे हैं। इस बात का खुलासा आरपीएफ की छापेमारी में हुआ। टिकट काउंटर पर तैनात रेलवे कर्मी ही टिकटों की धांधली में लिप्त पाया गया। तत्काल टिकटों को बुक करा कर उन्हें हवाई जहाज से मुम्बई तक पहुंचाने का खेल खेला जा रहा था। बताते चलें कि एनईआर की डीआरएम विजय लक्ष्मी कौशिक और मुख्य सुरक्षा आयुक्त के निर्देश पर आरपीएफ की टीम दलालों के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है।

यह है मामला

बीते शुक्रवार को आरपीएफ ने रेलवे के कर्मचारी को पकड़ा। उसके पास से यात्रियों के तत्काल टिकट बरामद हुए। इंस्पेक्टर आरपीएफ सिटी स्टेशन एमके खान के अनुसार मोहिबुल्लापुर स्थित आरक्षण केंद्र पर पंकज कुमार की जांच की गई। आरक्षण लिपिक पंकज के पास से ट्रेन 12141 पाटलीपुत्र एक्सप्रेस का टिकट मिला। यह टिकट 25 अप्रैल का मुम्बई से मुगलसराय का था। टिकट पर 3160 रुपए की धनराशि दर्ज थी। एक टिकट पर चार यात्रियों का आरक्षण किया गया था। इस मामले में जब पंकज से पूछा गया तो उसने टिकट अपने भाई का बताया। उसने अपने भाई का आधार कार्ड भी दिखाया। लेकिन आरपीएफ की टीम का उस पर शक बरकरार रहा।

रंगे हाथ पकड़ने की तैयारी

आरक्षण लिपिक को रंगे हाथ पकड़ने के लिए आरपीएफ ने पूरी तैयारी की। 25 अप्रैल को जिन चार लोगों का टिकट था, वह चारो यात्री मुगलसराय जाने के लिए लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस पर बैठ गए। जैसे ही यह ट्रेन मुगलसराय पर पहुंची, आरपीएफ की टीम चारों यात्रियों को पकड़ लाई। पूछताछ में यात्रियों ने बताया कि एक टिकट के लगभग 9000 रुपए दिए गए है। आरपीएफ के अनुसार आरक्षण लिपिक पंकज कुमार लखनऊ से टिकट बुक उन्हे हवाई जहाज से अपने ग्राहकों तक पहुंचाता था। हवाई जहाज से टिकट मुम्बई तक भेजा जाता था।

आधारकार्ड भी नकली

आरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि पंकज के पास से मिले आधार कार्ड की जांच की गई। लेकिन यह भी फर्जी निकला। प्रारम्भिक जांच में लिपिक पंकज कुमार मुम्बई के रेल टिकट दालालों के सम्पर्क में होने की बात सामने आई है।

इसकी जांच की जा रही है। यह बेहद गंभीर मामला है। दोषी पाए गए व्यक्ति के खिलाफ कड़ा एक्शन लिय लिया जाएगा।

विजयलक्ष्मी कौशिक

डीआरएम एनईरेलवे

Posted By: Inextlive